आषाढ शुक्ल पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११६
" इस्लामी स्टेट की घोषणा " : खतरा सिर्फ इराक या सीरिया के लिए नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए है !
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रक्का में आईएसआईएस समर्थक लड़ाकों द्वारा निकाली गई परेड में स्कड मिसाइल। शीत युद्ध के दौरान सोवियत यूनियन द्वारा स्कड मिसाइल को विकसित किया गया था।
बेरूत : सुन्नी आतंकी संगठन आईएसआईएस द्वारा अपने कब्जे वाले क्षेत्र को इस्लामी स्टेट बनाए जाने की घोषणा का सीरियाई विद्रोहियों ने भी स्वागत किया है। इराक व सीरिया में अलग इस्लामी मुल्क और अबु-अल-बगदादी को खलीफा घोषित किए जाने पर विद्रोहियों ने रक्का में परेड निकाली।
'इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड अल-शाम' ने रविवार को ऑनलाइन तस्वीरें पोस्ट की, जिनमें हथियारों से लैस विद्रोहियों को काले झंडे लेकर कारों में घूमते देखा जा सकता है।
परेड के दौरान विद्रोहियों के पास स्कड मिसाइल, टैंक, बख्तरबंद गाड़ियां, रॉकेट लॉन्चर्स और आधुनिक मशीनगन्स देखी गईं। हालांकि, कई अंतरराष्ट्रीय रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि विद्रोहियों के पास देखी गई स्कड मिसाइल खराब है और दुनिया के सामने डर पैदा करने के लिए मिसाइल के ढांचे को परेड में शामिल किया गया।
इस्लामिक स्टेट ने कहा कि वे भूमध्यसागर से लेकर खाड़ी देशों तक सभी सीमाओं को खत्म करना चाहते हैं और खिलाफत साम्राज्य कायम करना चाहते हैं।
आईएसआईएस ने रविवार को सीरिया के अलेप्पो और इराक के तिकरित तक अपने कब्जे वाले क्षेत्र को 'इस्लामी स्टेट' घोषित किया था और अबु-बक्र-अल-बगदादी को सर्वोच्च लीडर बताया।
खलीफा घोषित करना इस्लाम के लिए चेतावनी
इस्लामी स्टेट घोषणा से खफा इराक ने कहा है कि अभी जो पड़ोसी सुन्नी देश इस संगठन को मदद दे रहे हैं उन पर इसका खतरा जल्द ही मंडराएगा। इराकी सेना के प्रवक्ता कारिम अट्टा ने आईएसआईएस को मदद देने के लिए पड़ोसी देशों खासकर सऊदी अरब को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि यह घोषणा इस्लामी स्टेट का एक संदेश है जो सिर्फ इराक या सीरिया के लिए नहीं है, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर