श्रावण अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११४
कोल्हापुरमें अवैध मस्जिदमें नमाज पढनेका प्रकरण
मुसलमानोंकी उद्दंडताको हिंदुओंका सटीक उत्तर !
कोल्हापुर (महाराष्ट्र) १८ जुलाई, (वृत्तसंस्था) – हिंदुत्ववादियोंकी पत्रकार परिषद आयोजित की गई । इस परिषदमें एक प्रत्युत्तरमें भारतीय जनता पक्षके जनपदाध्यक्ष श्री. महेश जाधवद्वारा साफ कहा गया कि मुसलमान समाजके मेलेमें रमजान ईदको शाहूनगरमें अवैध मस्जिदमें नमाज पढनेका निश्चय किया गया है । सरकारद्वारा यह मस्जिद अवैध सिद्ध की गई है । इसलिए यदि कानूनका उल्लंघन कर कोई नमाजपठन करेगा, तो हिंदु उसे सबक सिखाएंगे । इस अवसरपर हिंदु युवा प्रतिष्ठानके संस्थापक अध्यक्ष श्री. अशोक देसाई, बजरंग दलके जनपदाध्यक्ष श्री. संभाजी सालुंखे, बजरंग दलके नगरप्रमुख श्री. महेश उरसाल, विश्व हिंदु परिषदके जनपद सहमंत्री श्री. श्रीकांत पोतणीस, हिंदु एकता आंदोलनके श्री. हिंदुराव शेलके, हिंदु जनजागृति समितिके सर्वश्री मधुकर नाझरे, शिवानंद स्वामी आदि हिंदुत्ववादी, शाहूनगर परिसरके लगभग ५० स्त्री एवं पुरुष उपस्थित थे । ( धर्मांधोंकी उद्दंडताको सटीक उत्तर दनेवाले एवं कानूनकी रक्षाके लिए अग्रेसर कोल्हापुरके धर्माभिमानी हिंदुत्ववादी एवं स्थानीय नागरिकोंका अभिनंदन ! इससे बोध लेकर अन्यत्रके हिंदु भी संगठित रुपसे कृति करें ! – संपादक )
कानून एवं सुरक्षाके बिघडनेपर प्रशासन उत्तरदायी ! – जाधव
२ दिन पूर्व ‘विद्रोही सांस्कृतिक आंदोलन’ के डॉ. भारत पाटणकरद्वारा मुसलमानोंके मेलेमें कहा गया कि शाहूनगरके विवादास्पद अवैध मस्जिदमें नमाज पढनेवाले मुसलमानोंको किसीने कुछ किया, तो श्रमिक मुक्ति दलäके ११ जनपदोंके मुसलमानेतर कार्यकर्ता आंदोलन आरंभ करेंगे । इस संदर्भमें श्री. जाधवने कहा कि हम हिंदु डॉ. पाटणकरके इस आव्हानका स्वीकार करते हैं । हिंदु कोई अवैध कृति सहन नहीं करेंगे । तदुपरांत कानून एवं सुरक्षाकी स्थितिके बिघडनेपर प्रशासन उत्तरदायी रहेगा । ( हिंदुओ, ऐसी विजिगीषु वृत्ति निरंतर जागृत रखें ! – संपादक )
प्रत्येक समय हिंदुओंद्वारा वैध पद्धतिसे विरोध किया गया ! – अशोक देसाई
श्री. अशोक देसाईने कहा कि विवादास्पद स्थानपर नमाज पढनेकी मुसलमानोंकी पुराना दोष है । प्रशासनद्वारा इस स्थानपर प्रतिबंध किया जानेपर भी मुसलमानोंद्वारा ४ बार नमाज पढनेका प्रयास किया गया था । प्रत्येक प्रसंगमें हिंदुओंद्वारा वैध मार्गसे विरोध किया गया; परंतु अब नगरके बाहर ११ जनपदोसे मुसलमानोंको लाकर विवादास्पद स्थानपर नमाज पढनेका प्रयास किया जानेवाला है । सरकारके आदेशका उल्लंघन करनेवाले मुसलमानोंका उद्देश्य सफल नहीं होने देंगे । श्री. संभाजी सालुंखेने कहा कि हम हिंदु कभी विवादग्रस्त स्थानपर आरती अथवा भजन करनेका आग्रह नहीं करते; परंतु डॉ. पाटणकर हिंदु एवं मुसलमानोमें मनमुटाव बढाकर मुसलमानोंको उकसा रहे हैं । ( धर्मनिरपेक्षताकी शान दिखानेवाले शासक एवं वैचारिक सुंता हुए डॉ. भारत पाटणकर जैसे परिवर्तनवादियोंके कारण ही मुसलमानोंकी उद्दंडताको बढावा दिया जाता है । जबतक हिंदु राष्ट्र स्थापित नहीं होता, तबतक मुसलमानोंकी उद्दंडतापर सच्चे अर्थसे नियंत्रण नहीं पा सकेंगे ! – संपादक )
हिंदुओ, इस प्रकारसे निरंतर सतर्क रहें !
पत्रकार परिषदके उपरांत हिंदुत्ववादियोंके बैठकमें उपस्थित गुप्तचर विभागके २ पुलिसकर्मियोंको हिंदुत्ववादियोंने जानेको कहा तथा वे वहांसे चले गए; ( मदरसा अथवा मस्जिदमें मुसलमानोंकी बैठक होते समय गुप्तचर शाखाके पुलिस अधिकारी क्या वहां जाते हैं ? यदि जाएंगे, तो उसका क्या परिणाम होता है, इसकी कल्पना पुलिसको है । इसलिए अकारण हिंदुत्ववादियोंपर पहरा देनेवाली पुलिसको अपनी शक्तिका उपयोग आतंकवादी एवं जिहादी मुसलमानोंके लिए करना चाहिए ! – संपादक )
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात