आषाढ शुक्ल पक्ष दशमी/एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
पंढरपुरमें श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समितिके घपले सामने रखनेवाले फलकोंकी ओर वारकरियोंका ध्यान आकर्षित हुआ !
वारकरियोंमें मंदिर समितिके प्रति तीव्र संताप !
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पंढरपुर (महाराष्ट्र) : आषाढी वारीके समय यहांके मंदिर समितिका घपला सामने रखकर हिन्दू जनजागृति समितिने आक्रामक पैंतरा अपनाया है । मंदिर समितिने जिस प्रकार घपले किए हैं, समितिने उन्हें फलकोंके माध्यमसे वारकरियोंके सामने पूरीतरहसे प्रस्तुत किए हैं ।
विठ्ठलके चरणोंमे अर्पण की गई गौएं कसाईको देनेके संदर्भमें हो अथवा अर्पण किए गए १२५० एकड भूमिका घपला हो, साथ ही अलंकारोंकी गणनाका घपला हो, मंदिर समितिद्वारा इस प्रकार अनेक घपले किए जानेका स्पष्ट हुआ है । अतः वारकरियोंमें मंदिर समितिके प्रति तीव्र संताप उमड पडा है ।
नगरके सावरकर चौक, पश्चिम द्वार, चौफाळा, कालिकादेवी मंदिर, महाद्वार पुलिस चौकी, काला मारुति मंदिरमें कुल मिलाकर ८ फलक प्रकाशित किए गए थे । साथ ही हस्तपत्रकोंके माध्यमसे मंदिर समितिद्वारा किए गए घपलेके संदर्भमें महाराज, फडकरी, साथ ही वारकरियोंमें जनजागृति की गई ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात