लाहौर : इस्लामिक स्टेट पाकिस्तान में अपने पांव जमा चुका है । पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला ने बताया कि, अब तक लगभग १०० पाकिस्तानी इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए इराक, सीरिया जा चुके हैं । इनमें महिलाएं भी शामिल हैं । सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामिक स्टेट के इस्लामाबाद और सिंध प्रमुख को बन्दी बनाने का दावा किया है ।
देश में इस्लामिक स्टेट की मौजूदगी को पाकिस्तान निरस्त करता रहा है, किंतु पंजाब के कानून मंत्री का वक्तव्य इसके उलट है। (इससे पाकिस्तान का झूठापन फिर एक बार सामने आया है । – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
राणा सनाउल्ला ने कहा कि पंजाब प्रांत के सियालकोट से इस्लामिक स्टेट के ८ आतंकियों को पकडा गया है । यह सब जमात-उद-दावा से भी जुडे हैं । लश्कर के इस मुखौटा संगठन का प्रमुख हाफिज सईद है । सुरक्षा एजेंसियां इस्लामिक स्टेट से जुड़े ४० से ज्यादा लोगों को बन्दी बना चुकी है।
लाहौर पुलिस ने शहर के शामनगर क्षेत्र से इस्लामिक स्टेट के लिए भर्ती करने वाले डॉक्टर उस्मान मलिक, अहसान सिद्दीकी और एक अज्ञात आतंकी को पकडा है । इनके ठिकाने से आतंकी साहित्य, प्रचार सामग्री और लैपटॉप बरामद किए गए हैं। राणा सनाउल्ला के अनुसार, इस्लामिक स्टेट के इस्लामाबाद प्रमुख आमिर मंसूर व उसके डिप्टी अब्दुल्ला मंसूरी और सिंध प्रांत के प्रमुख उमर कठियो को भी पकडा जा चुका है।
इस्लामिक स्टेट में श्रीलंका के भी ३६ नागरिक शामिल होने के लिए सीरिया गए हैं। रक्षा सचिव करुणासेना ने बताया कि ये सभी श्रीलंकाई नागरिक परिवार समेत सीरिया गए हैं। इनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं। उनके अनुसार यह लोग धार्मिक यात्रा की बात कह कर गए हैं, किंतु इनमें से कुछ के इस्लामिक स्टेट में शामिल होने का संदेह है।
स्त्रोत : नर्इ दुनिया