श्रावण कृष्ण पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
नाशिक (महाराष्ट्र) : २०१५ में नाशिक-त्र्यंबकमें आयोजित कुंभमेलेके लिए लगभग २ सहस्र ३७८ करोड रुपएका ब्यौरा सिद्ध किया गया है; किंतु यह बात निदर्शनमें आई है कि १० जुलाईके मोदी शासनके अर्थसंकल्पमें इस कुंभमेलेके लिए कुछ भी प्रबंध नहीं है ।
अतः नाशिकके नगरवासियोंने मोदी शासनके पास यह मांग की है कि नाशिक तथा दिंडोरीके जनप्रतिनिधि अर्थसंकल्पकी चर्चामें सिंहस्थ निधिका प्रश्न उपस्थित करें तथा शासनद्वारा अधिकतम निधि उपलब्ध करनेकी मांग करें ।
१२ वर्षोंके उपरांत आयोजित सिंहस्थ कुंभमेलेके लिए कार्य करनेवाले विभिन्न विकास कार्योंके लिए शासनसे आर्थिक सहायताकी आवश्यकता है । गत वर्ष केंद्र शासनने कर्णावतीमें आयोजित कुंभमेलेके लिए १ सहस्र २०० करोड रुपएकी निधि उपलब्ध करवायी थी । साथ ही २००३ नाशिक तथा त्र्यंबकेश्वरमें आयोजित कुंभमेलेके लिए वाजपेयीके नेतृत्वमें शासनने १०० करोड रुपएकी निधिका प्रबंध किया था; किंतु नरेंद्र मोदीके नेतृत्वमें एनडीए शासनने २०१५ में नाशिकमें आयोजित सिंहस्थ कुंभमेलेके लिए निधिका प्रबंध ही नहीं किया है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात