धर्मांधोंद्वारा अलग राष्ट्र की मांग ना की जाए, इसलिए उनकी बढती हुई जनसंख्यापर नियंत्रण करना आवश्यक ! – डॉ. उपेंद्र डहाके, भाजपा
वशेणी-रायगड (महाराष्ट्र) : एक आेर इसाई मिशनरी आदिवासी बस्तियों में जाकर उनको फंसाकर एवं उनको लालच दिखाकर उनका धर्मांतरण कर रहें हैं, तो दूसरी ओर धर्मांध ‘लव्ह जिहाद’ में हिंदू लडकियोंको अपने प्रेमजाल फंसाकर उनसे विवाह करते हैं। इस माध्यम से संतती उत्पन्न कर वे देश में मुसलमानोंकी जनसंख्या बढा रहें हैं !
इसके कारण आज भारत में मुसलमानों की जनसंख्या अनियंत्रित रूपसे बढ रही है।
इसे हमने अभी नहीं रोका, तो धर्मांध पुनः एक बार भारत से ‘अलग राष्ट्र की मांग’ निश्चित रूप से कर सकते हैं, ऐसा प्रतिपादन डॉ. उपेंद्र डहाकेने किया। वे ३ जनवरी के दिन यहां संपन्न हुई ‘हिंदु धर्मजागृती सभा’ में बोल रहे थे।
रायगड जनपद में हुई यह तिसरी सभा थी। इस सभा को २५० से अधिक लोग उपस्थित थे।
इस अवसरपर व्यासपीठ पर सनातन संस्था की श्रीमती नंदिनी सुर्वे एवं हिंदु जनजागृती समिति के श्री. नरेंद सुर्वे उपस्थित थे।
मान्यवरोंके विचार
धर्मशास्र के अनुसार कृति करना ही हितकारी ! – श्रीमती नंदिनी सुर्वे
शनिशिंगणापूर प्रकरण में प्रसारमाध्यम, पुरोगामी एवं महिला संगठन इन्होंने विरोध किया; परंतु धर्म को ही न माननेवालोंद्वारा सामाजिक दृष्टीकोण से इस विषय की चिकित्सा की जाना अयोग्य है।
इसलिए ‘धर्मशास्र’ को समझ कर उसके अनुसार कृती करना यही हम सबके लिए हितकारी है।
युवाओं, आजही जागृत हों ! – श्री. नरेंद्र सुर्वे
आज पूरे विश्व के समक्ष ‘आय.एस्.आय.एस्’ का बडा संकट है। ऐसा होते हुए भी आज हमारे हिंदू युवाओंके हाथ में ‘मात्र मदिरा की बोतल’ एवं ‘क्रिकेट की बैट’ है !
‘धर्म’ के सुरक्षित रहने से ही ‘राष्ट्र’ रहेगा, ‘राष्ट्र’ सुरक्षित रहने से ही ‘समाज’ और ‘समाज’ के सुरक्षित रहने से ही हम सुरक्षित रह सकेंगे। इसलिए युवाओं, आप आज ही जागृत हों !
क्षणचित्र
१. सभा के पश्चात अनेकोंने वक्ताओंसे वार्ता की।
२. कुछ लोगोंने वशेणी गांव के आसपास होनेवाले ‘धर्मांतरण’ के विषय में जानकारी दे कर उसे रोकने हेतु सहायता कि मांग की।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात