पठानकोट – यहां पिछले सप्ताह आतंकी आक्रमण से पहले वायुदल केन्द्र की तीन विद्युत रौशनी की दिशा बदल दी गर्इ थी । यह गडबडी सामने आने के बाद सैनिक के एक टेक्नीशियन को बन्दी बनाया गया है। आतंकियों ने पाकिस्तान के जिन क्रमांकोपर बात की थी, उनका भी खुलासा हो गया है। एक क्रमांक आतंकी की मां का है। दूसरा किसी ‘उस्ताद’ नामक व्यक्ती का है, जो संचालक था।
आतंकियों की अपने ‘उस्ताद’ अौर मां से यह बातचीत भारत में घुसने के बाद हुई थी। अपहरण किए गए लोगों के मोबाइल से फोन किया गया था।
वायुदल केन्द्र पर आक्रमण का षडयंत्र लाहौर के पास रचा गया था। आतंकियों को प्रशिक्षण पाकिस्तान के चकलाला और लायलपुर वायुदल केन्द्र पर दिया गया था।
आक्रमण के समय आतंकियों के चारों संचालक पाकिस्तान के बहावलपुर, सियालकोट और शकरगढ में उपस्थित थे।
जैश-ए-मोहम्मद का नेता मौलाना मसूद अजहर, उसका भाई रउफ असगर, उनके दो साथी अशफाक और कासिम हमलावरों को आदेश दे रहे थे।
मसूद वही आतंकी है, जिसे १९९९ में अपहरण किए गए विमान को छुडाने कंधार ले जाकर मुक्त किया गया था।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर