मालदा में हुर्इ हिंसा पुरे भारत को पता है फिर भी एेसा वक्तव्य करना क्या अल्पसंख्यांकोंका तुष्टीकरण नहींं ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बंगाल में सांप्रदायिक हिंसा के आरोपोंको खारिज करते हुए कहा कि, राज्य में कोई सांप्रदायिक तनाव नहीं है। कुछ पक्ष राज्य को बदनाम करने का षडयंत्र रच रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण वातावरण व्याप्त है। ऐसी कोई सांप्रदायिक घटना या तनाव नहीं है। कोई इसकी राजनैतिक तरीके से आलोचना कर रहा है। (यदि एेसा है तो मालदा हिंसा की घटना क्या थी ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
हमारी सरकार इस प्रकार की सांप्रदायिक समस्याओं को अनुमति नहीं देती, क्योंकि हम जानते हैं कि यदि शांति होगी तो सब कुछ का हल निकाल लिया जायेगा।
उन्होंने माओवादियोंके गढ जंगलमहल में भी ‘शांतिपूर्ण वातावरण’ का उल्लेख किया। उनका वक्तव्य मालदा के कालियाचक में सांप्रदायिक हिंसा होने की पृष्ठभूमि में आया है। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रोंसे मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह १८ जनवरी को यहां आ रहे हैं और इस संबंध में वह राज्य के प्रशासनिक अधिकारियोंके साथ बैठक करेंगे और स्थिति का पुनर्विलोकन करेंगे।
स्त्रोत : प्रभात खबर