श्रावण कृष्ण पक्ष तृतीया/चतुर्थी, कलियुग वर्ष ५११६
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कैथोलिक ईसाइयों के धर्म गुरु पोप फ़्रांसिस ने कहा है कि विश्वसनीय आंकड़ों से मिले संकेतों के मुताबिक कैथोलिक चर्च के "करीब दो फ़ीसदी पादरी" पीडोफ़ाइल हैं यानी वो बच्चों का यौन शोषण करते हैं।
इटली के अख़बार ला रिपब्लिका को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि बच्चों का यौनशोषण "कोढ़" की तरह है और चर्च को संक्रमित कर रहा है।
उन्होंने कहा है कि वो इससे "सख़्ती से निपटेंगे".
पोप का कहना है कि दो फ़ीसदी का अनुमान उनके सलाहकारों से मिला है. दो फ़ीसदी का मतलब दुनिया भर के ४,१४,००० पादरियों में से करीब ८,००० पादरियों से होगा।
'बर्दाश्त के लायक नहीं'
पोप ने कहा, "इन दो फ़ीसदी में पादरी, बिशप, कार्डिनल हैं।"
उन्होंने कहा, "मैं इन हालात को बर्दाश्त के लायक नहीं मानता।"
बीते साल पोप फ़्रांसिस ने बच्चों के यौनशोषण को लेकर वेटिकन के क़ानूनों को कड़ा किया था और इस महीने की शुरुआत में उन पीड़ितों से माफ़ी मांगी थी जिनका यौनशोषण पादरियों ने किया है।
यौनशोषण के कई पीड़ित इस बात से नाराज़ हैं कि वेटिकन उन वरिष्ठ अधिकारियों को सज़ा देने में नाकाम रहा जिन पर यौन शोषण के मामलों को ढकने के आरोप लगते रहे हैं।
स्त्रोत : बीबीसी हिन्दी