रायपुर (छत्तीसगढ) : पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने दलाईलामा को सार्वभौम धर्मगुरु कहे जाने का विरोध किया है । उन्होंने कहा कि, दलाईलामा स्वयं को हिन्दू नहीं मानते । स्वामी निश्चलानंद शुक्रवार को बिलासपुर में आयोजित सनातन धर्म, संस्कृति एवं राष्ट्र रक्षार्थ कृत संकल्प समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होने आगे कहा की, देश में एक से बढकर एक हिंदू विद्वान हैं जो धर्म की रक्षा के लिए तत्पर हैं । ऐसा होते हुए भी बौद्ध धर्म गुरु दलाईलामा को शासन ने सार्वभौम धर्मगुरु मानना हिन्दुत्व का अपमान है । जो स्वयं को हिन्दू नहीं मानते वह हिन्दू धर्म की रक्षा कैसे कर सकता है ?
संदर्भ : दैनिक भास्कर