इलाहाबाद में लव जिहाद का एक और प्रकरण सामने आया है। शहर के कैंट क्षेत्र की एक नाबालिग युवती को धर्मांध युवकद्वारा अपहरण करने के बाद मऊआइमा में दो महीने तक बंधक बनाकर रखा फिर स्वयं को हिंदू बताकर मंदिर में ले जाकर विवाह कर लिया ।
युवक की वास्तविकता पता चलने पर युवती घर से भागने का प्रयास करने करने लगी। शुक्रवार को वह किसी तरह ताला तोडकर भागने के बाद घर पहुंची। शनिवार शाम वह कैंट थाने पहुंची तो पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे मेडिकल के लिए भेज दिया।
बताया था शिवम, निकला सरताज
१५ साल की युवती कैंट क्षेत्र के गणेश नगर में एक गरीब परिवार से है। उसकी मां घरों में काम कर परिवार का गुजारा करती है।
कुछ महीने पहले युवती भी घरों में काम करने जाने लगी ताकि परिवार का खर्च निकल सके। दो नवंबर की शाम वह काम पर जा रही थी तभी उमराव सिंह की गली में एक टेंपो अचानक युवती के पास रुका। टेंपो में तीन युवक थे।
उसे भीतर खींचकर मुंह दबा लिया गया ताकि कोई उसकी चीख नहीं सुन सके। उसे मऊआइमा क्षेत्र में एक घर में ले जाकर बंधक बना लिया गया। टेंपो में उसे खींचने वाले एक युवक ने उसे अपना नाम शिवम बताकर कहा कि, वह उसे प्रेम करता है और शादी करना चाहता है।
युवती ने विरोध किया तो उसे पीटा गया। धमकी दी गई कि, शोर मचाया तो गला दबाकर मार दिया जाएगा। फिर उसने युवती को एक मंदिर में ले जाकर उससे जबरन विवाह भी कर लिया । बाद में पता चला कि, वह शिवम नहीं तो उसका नाम सरताज है।
रात में ताला तोडकर घर से भागी युवती
सरताज ने युवती को अपनी दीदी के घर में बंधक बनाकर रखा था। युवती ने उसके मोबाइल से चुपके से अपनी मां को फोनकर बताया। उसकी मां ने अपहरण के दूसरे ही दिन रोज कैंट थाने जाकर शिकायत की तो पुलिस ने अपराध प्रविष्ट किया।
लव जिहाद का प्रकरण होने का समाचार मिलते ही विहिप नेता शिवम द्विवेदी भी अपने साथी विजय पांडेय के साथ पहुंच गए। वे युवती और उसकी मां को कैंट थाने ले गए। पुलिस ने युवती से पूछताछ की फिर उसे महिला थाना भेज दिया। महिला थाने की पुलिस उसका मेडिकल टेस्ट कराएगी।
स्त्रोत : अमर उजाला