रीतीरिवाजों के अनुसार, केवल पुरोहित ही चबूतरे पर प्रवेश करें ! – आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर जी
महाराष्ट्र स्थित नगर जिले का जगप्रसिद्ध शनिशिंगणापुर मंदिर ! इस मंदिर में शनिदेव के चबुतरे पर किसी स्त्री पुरुष को जाने का अधिकार नहीं है । केवल पुरोहित ही शनिदेव की पूजा कर सकते हैं । अन्य भक्तों को दूर से ही दर्शन लेने की अनुमति है ।
परंतु रणरागिणी भूमाता ब्रिगेड नामक कथित आधुनिकतावादी और हिन्दूद्रोही संगठन की चार सौ महिलाएं, २६ जनवरी को स्त्री-पुरुषों के लिए निशिद्ध चबुतरे पर जाने की तैयारी कर रही हैं । इसके माध्यम से, मंदिर की गत सैकडों वर्षों से चली आ रही परंपरा को वे खंडित कर देना चाहती हैं ।
इस पर हिन्दू वार्ता ने ऑर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक एवं आध्यात्मिक गुरु पूज्य श्री श्री रविशंकर जी से बात की । इस समय उन्होंने कहा, शनिशिंगणापुर मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए बाहर से ही प्रदक्षिणा करें, किसी स्त्री-पुरुष को चबुतरे पर जाने की अनुमति न दी जाए । मंदिर केवल स्त्री का नहीं है । रीतिरिवाजों के अनुसार, केवल पुरोहित-पंडितों को ही चबुतरे पर जाने दिया जाए ।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि, शास्त्र में नहीं लिखा है कि, मंदिरों में महिलाआें को अनुमति नहीं है । मंदिर में कोई भी अपवित्र होकर नहीं जाना चाहिए । शास्रों के अनुसार, मंदिर की परंपरा के अनुसार ही, महिलाएं शनिजी की पूजा कर सकतीं हैं ।
श्री श्री रविशंकरजी ने आगे यह भी कहा कि, हिन्दुआें की आस्था और श्रद्धा पर आघात हो रहा है । इस पर पुलिस को स्वयं बीच में पडकर प्रथा-परंपराआें की रक्षा हेतु उचित कार्यवाही करनी चाहिए !