मुंबर्इ – शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में उर्दू शिक्षकों की भर्ती को लेकर उत्तरप्रदेश सरकार की प्रशंसा की है । शिवसेना ने लिखा है की, भले ही विवशता में सही परंतु राज्य सरकार ने एक उचित कदम उठाया है, जिसे पर पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।
बता दें कि, उत्तरप्रदेश में उर्दू शिक्षकों की भर्ती के लिए सरकार ने योग्यता में एक नियम जोडा है कि, जिन लोगों की एक से अधिक पत्नियां हैं वह आवदेन ना करें।
शिवसेना ने यह भी कहा कि, मुसलमानों को देश की मुख्यधारा में आना है तो उन्हें शरीयत की बेडियों और ‘हम पांच हमारे पच्चीस’ के झमेले से बाहर निकलना ही होगा।
सामना में छपे लेख में कहा गया है कि, उत्तरप्रदेश सरकार के इस निर्णय का मुस्लिम समाज को स्वागत करना चाहिए।
स्त्रोत : आज तक