पिछले कुछ दिनों में, जर्मनी और अन्य युरोपीय देशों में बलात्कार और छेडछाड के सैकडों प्रकरण होने के पश्चात, पूरे यूरोप में युवतियां भयग्रस्त होकर घरों से बाहर निकलती हैं । एक ऐसा भय, जो अब तक केवल अरब देशों की युवतीयों और महिलाओं में था, अब यूरोप को भी सताने लगा हैं ।
आपको बता दें कि, इस भय का कारण है वर्ष २०१३ में मिस्र अर्थात इजिप्त की राजधानी काइरो में होनेवाली कुछ घटनाएं जिन्होंने संसार को हैरान कर दिया था । तहर्रश जामा अथवा तहर्रश खेल, नाम से मिस्र में कई वर्षो से एक खतरनाक प्रचलन चल रहा है ।
तहर्रश जामा का शब्द का अर्थ है, सामूहिक उत्पीड़न ! इसमें महिलाओं का, पुरुषों के एक समूह द्वारा बलात्कार किया जाता है । अथवा महिलाआें को उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है ।
गलियों से निकलने वाली लड़की को गली में पुरुषों का एक समूह पकड़ लेता है । उस पर बलात्कार किया जाता है अथवा उसका नाम लेकर उसकी पिटाई की जाती है । कभी कभी तो उसके प्राइवेट पार्ट्स के साथ छेडछाड तक होती है। इन सबके पश्चात, उससे सारा सामान और पैसें लूट लिए जाते हैं ।
इस प्रकार की घटनाएं भीड़भाड़ वाली जगह अथवा मोर्चा में होती हैं । वर्ष २००० से ही मिस्र में ऐसी घटनाएं सामान्य सी बात हो गई । अब भय इस बात का है कि, मिस्र की भांति युरोपीय देशों में भी लाखो मुसलमान शरणार्थियों के कारण, यह सामान्य सी बात न हो जाए !
स्त्रोत : वन इण्डिया