वाराणसी (उत्तरप्रदेश) – काशी विश्वनाथ मंदिर में पान-गुटखा खाकर प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है । पान की पीक मारकर मंदिर की दीवारों को खराब करने तथा गंदगी फैलाने की शिकायत के पश्चात मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है ।
श्रद्धालु हों या फिर पुजारी, मंदिर परिसर में पान-गुटखा खाकर घूमते पाए जाने पर दंडित किया जाएगा।
मंदिर में पान खाकर मंत्रोच्चार करने और पूजा कराने की शिकायतों के बाद मंदिर प्रशासन सख्त हो गया है। पता चला है कि, तमाम अर्चक, सेवादार और कर्मचारी मंदिर में पान, गुटखा खाकर घूमते रहते हैं। (एेसे कृत्य के कारण मन्दिर की पवित्रता भंग होती है । इससे ध्यान में आता है की हिन्दुआेमें धर्माचरण का कितना अभाव है ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति)
इससे जहां गंदगी फैल रही है, वहीं बाबा के दरबार की शुचिता भी प्रभावित हो रही है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मंदिर प्रशासन ने न्यास परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. अशोक द्विवेदी साथ चर्चा की है ।
स्त्रोत : अमर उजाला