श्रावण कृष्ण पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६,
राऊरकेला (आेडिशा) – हिन्दू जनजागृति समितिकी ओरसे ओडीशाके राऊरकेलाके (जि. सुुंदरगढ) बैडमिंटन हॉलमें शनिवार, १२ जुलाईको गुरुपूर्णिमा महोत्सव संपन्न हुआ । इस महोत्सवमें ५५ जिज्ञासू उपस्थित थे । इस अवसरपर वैतरणी बचाओ आंदोलनके महामंत्री एवं प्रवर्तक श्री. मुरली मनोहर शर्माने गुरुपूर्णिमा एवं धर्माचरणका महत्त्व बताते हुए कहा कि गोवामें सनातनके आश्रममें जानेपर उनके प्रमुखको ढूंढ रहा था; परंतु मुझे उनका कोई प्रमुख दिखाई नहीं दिया । दूसरे दिनसे मैं ही अन्य लोगोंको कहां रहना है, भोजन तथा स्नान आदिके लिए कहां जाना है इत्यादि जानकारी देने लगा । तब मेरे ध्यानमें आया कि इस आश्रमका नेतृत्व कोई व्यक्ति नहीं, अपितु साक्षात नारायण ही कर रहे हैं ।
भारत रक्षा मंचके राष्ट्रीय सचिव श्री. अनिल धीरने हिन्दू धर्मके आघातोंके संदर्भमें बोलते हुए कहा कि आजाद मैदानके दंगेके समय दिखाई दिया है कि पुलिस स्वयं अपनी रक्षा नहीं कर सकती । इसलिए अपनी रक्षा अपनेको ही करनी पडेगी । इसलिए हमें सिद्धता करनेका समय आगया है । राष्ट्र एवं धर्मपर होनेवाले आघात रोकने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना ही एकमात्र उपाय है ।
इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समितिके ओडीशा राज्य समन्वयक श्री. प्रकाश मालोंडकरने कहा कि हिन्दू राष्ट्र स्थापित करने हेतु प्रत्येक हिन्दूमें ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज उत्पन्न होनेकी आवश्यकता है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात