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स्वदेशी वैज्ञानिक ने गाय के गोबर से बनाया वातानुकूलीत घर

हरियाणा (रोहतक) : डॉ. शिवदर्शन मलिक ने गाय के गोबर एवं जिप्सम को मिलाकर एक घर तैयार किया है । इस नई प्रविधि में सीमेंट, रोडी, पक्की ईंट आदि का प्रयोग नहीं होगा । प्राकृतिक संसाधनों से बने इस भवन में वातानुकूलन की आवश्यकता नहीं है । मंगलवार को हुए पत्रकार परिषद में डॉ. मलिक ने अपने इस अविष्कार जानकारी दी ।

उन्होने कहा कि, जिप्सम उष्मा रोधी, ध्वनि रोधी होने के साथ-साथ सर्वश्रेष्ठ अग्नि रोधी पदार्थ है । यह आग लगने के चार घंटे तक नहीं जलता । यदि तब तक भी आग न बुझे तो यह स्फटीकीय जल छोडने लगता है और आग बुझाने में मदद करता है । गोबर में जिप्सम मिलाने से प्लास्टर की कमियां दूर हो जाती हैं एवं इसकी मजबूती बढती है ।

डॉ. शिवदर्शन ने बताया कि, वे अपने इस नए वैदिक प्लास्टर अविष्कार से गौशालाओं को जोडेंगे । इसके गोबर से वे ब्लॉक बनाकर लोगों को घर बनाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे । इससे गौशालाओं का उत्पन्न भी बढेगी, क्योंकि उनका गोबर खरीदा जाएगा । उष्मा रोधी भवन की मांग भी ज्यादा है ।

संदर्भ : आज तक भारत

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