श्रावण कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
बिहार – बिहार में इतिहास प्रसिद्ध नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों के समीप आकार ले रहे अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र में १ सितंबर से कामकाज शुरू हो जाएगा। नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से ही शुरू होने वाली इस शिक्षा पीठ में ४० देशों से १००० से अधिक छात्रों ने नामांकन के लिए आवेदन दिया है। सरकार संचालित एक होटल का एक हिस्सा फिलहाल छात्रों के छात्रावास के तौर पर इस्तेमाल में लाया जाएगा।
जिन देशों के छात्रों ने नामांकन के लिए आवेदन दिए हैं उनमें अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, स्पेन, जर्मनी, जापान, म्यांमार, ऑस्ट्रिया और श्रीलंका के अलावा पश्चिम एशिया और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के अलावा अन्य देश शामिल हैं।
नालंदा फेलो के ४० छात्रों का नामांकन ऐतिहासिक विज्ञान स्कूल और पर्यावरणीय और परिस्थितिकी स्कूल में किया गया है। बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म के लोगों के लिए तीर्थ माने जाने वाले राजगीर कस्बे में विश्वविद्यालय अपना काम काज शुरू करने जा रहा है। राजगीर बिहार की राजधानी पटना से करीब १०० किलोमीटर दूर स्थित है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया, 'विभिन्न देशों के करीब ४० छात्रों को नालंदा विश्वविद्यालय के दो स्कूलों में दाखिला दिया गया है। इन छात्रों को होटल तथागत में रखा जाएगा। यह होटल बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (बीएसटीडीसी) का है।
अधिकारी ने कहा, 'गर्म पानी के कुंड के समीप स्थित यह होटल तीन एकड़ में हैं और इसके आसपास पूरी हरियाली है। दो से पांच वर्षो तक यह छात्रावास के रूप में प्रयोग किया जाएगा।’
स्त्रोत : आज तक