श्रावण कृष्ण पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
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श्रीनगर – इजरायल की ओर से गाजा पर जिस तरह से हमले किए जा रहे हैं, उसकी आंच अब भारत तक पहुंचने लगी है। इजरायल की ओर से गाजा पर की जा रही हमले की कार्यवाही के विरोध में शनिवार को को घाटी के कई युवाओं ने प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किया। लेकिन ये प्रदर्शन उस वक्त उग्र हो गया जब इस प्रदर्शन में सुहेल अहमद लोन (१५) की मौत सीआरपीएफ की ओर से की गई फायरिंग में हूई। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
कश्मीर के आईजीपी ए.जी. मीर ने इस घटना के बारे कहा है कि इस घटना को हम गंभीरता से ले रहे हैं और दोषी को जल्द से जल्द सजा मिलेगी। यह एक दुखद हादसा है जिसका हमें अफसोस है।
स्थानीय लोगों का इस मामले में कहना है कि हम लोग शांति पूर्वक इजराइली हमलों का विरोध कर रहे थे कि सीआरपीएफ ने हम पर लाठी चार्ज कर दी, जो देखते-देखते एक उग्र हिंसा का रूप धारण कर गई। तालाब खटिकां में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया।
इजरायल की ओर से गाजा पर किए जा रहे हमले में अब तक करीब १९० फिलीस्तीन मारे जा चुके हैं। मंगलवार से घाटी के स्कूलों और कॉलेजों में १५ दिन की गर्मी की छुट्टियां शुरू हुई हैं और इन युवाओं ने इसका पूरा फायदा उठाया। यह युवा सड़कों पर उतर आए और इन्होंने इजरायल के खिलाफ जोर-जोर से नारेबाजी की।
और कहां-कहां हो रहे हैं इजराइली विरोध प्रदर्शन –
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. प्रदर्नकारियों ने देर शाम तक सीआरपीएफ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सेना पर पत्थरों से हमला किया।
. प्रदर्शनकारियों ने भारतीय सरकार के खिलाफ भी नारे लगाए और इजराइली प्रधानमंत्री का पूतला फूका।
. प्रदर्शनकारियों ने गाजा में निर्दोष लोगों की हत्या किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। जो धीरे-धीरे हिंसात्मक होता चला गया। पुलिस के मुताबिक घाटी में हिंसा बढ़काने की खबर हमें मिली थी जिसके कारण एहतीयतन के तौर पर हमें इसे रोकना पड़ा।
. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि भारत सरकार इजराइल की मनमानी रोकने के लिए उस पर दवाब बनाए।
स्त्रोत : हरिभूमि