ब्रिटेन जैसा देश, इस्लामी कट्टरपंथ को रोकने के लिए विविध उपाय खोज रहा है । क्या भारत में कभी ऐसा हो सकता है ? – सम्पादक, हिन्दू जागृति
ब्रिटेन इस समय ऐसे कई कदम उठाने की तैयारी कर रहा है, जिससे ब्रिटिश मुसलमानों को कट्टरपंथ के मार्ग पर जाने से रोका जाए और इस्लामिक स्टेट जैसे आतंकी संगठनों में सम्मिलित होने के लिए मध्य पूर्व जानेवाले लोगों को रोका जा सके ।
इसी के चलते ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने कहा है कि विद्यालय, न्यायालय तथा सीमावर्ती क्षेत्रों समेत सार्वजनिक स्थलों पर चेहरा ढंकने वाले बुर्का जैसे परिधान अब नहीं चलेंगे ।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फ्रांस में जिस प्रकार बुर्के पर प्रतिबंध है, वे उस पक्ष में नहीं हैं । एक दिन पहले ही, कैमरून ने कहा था कि जो विदेशी मुसलमान महिलाएं अंग्रेजी नहीं सीखेंगी उन्हें ब्रिटेन से बाहर जाना पडे़गा ।
बता दें की, यूरोप के फ्रांस, बेल्जियम और नीदरलैंड देशों में बुरका पूर्णतः प्रतिबंधित है । अर्थात वहां किसी भी स्थान पर कोई महिला बुर्का पहनकर नहीं जा सकती ।
संदर्भ : अमर उजाला