उडीसा के विभिन्न जिलों से आए लगभग १४२ परिवारोंने रविवार को शहर के सत्संग भवन में आयोजित गायत्री महायज्ञ के अवसर पर हिन्दू धर्म में पुनर्प्रवेश किया । हिन्दू धर्म में वापसी का यह कार्यक्रम गायत्री परिवार तथा विश्व हिन्दू परिषद की ओर से चलाए जा रहे घर वापसी कार्यक्रम में संपन्न हुआ । कुछ वर्ष पूर्व १४२ में से १४० परिवारों ने ईसाई और दो परिवारोंने मुसलमान धर्म स्वीकार किया था ।
कुछ हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों ने जानकारी मिलने के बाद इन लोगों को हिन्दू धर्म में वापस लाने के लिए प्रयास आरंभ कर दिया था जिसके बाद १४२ परिवार वापस हिन्दू धर्म में लौटने तैयार हो गए । घरवापसी के इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ के जशपुर राजघराने के राजकुमार प्रबल प्रताप सह जूदेव ने सभी १४२ लोगों के पैर धोए और चंदन का तिलक लगाकर हिन्दू धर्म में वापसी पर स्वागत किया ।
उन्होंने बताया, ‘‘सेवा के नाम पर विभिन्न धर्म के लोगोंद्वारा भोले भाले आदिवासियों को बहला फुसला कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है । यदि समय पर इसे रोका नहीं गया तो आनेवाले दिनों में हिन्दू धर्म माननेवाले अल्पसंख्यक हो जाएंगे । हिन्दू सुरक्षा को लेकर ही गायत्री परिवार कार्यरत है । हिन्दू संस्कार एवं परंपरा को बचाना व हिन्दुओं को जागरूक करना ही हमारा लक्ष्य है ।”
बता दें कि, इससे पहले भी जशपुर राजघराने के सदस्य तथा पूर्व सांसद दिलीप सह जूदेव हिन्दू धर्म छोडकर अन्य धर्म अपनाने वालों के लिए घर वापसी अभियान चलाकर हजारों परिवार को हिन्दू धर्म में वापस लाने का सफल प्रयास कर चुके है । अब उनके निधन के बाद उनके पुत्र प्रबल सह जूदेव ने घर वापसी कार्यक्रम को जारी रखा है ।
संदर्भ : रिव्होल्ट प्रेस