श्रावण कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
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विशाखापट्टणम् – नौसेना में हादसों और दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामले में विशाखापत्तनम नौसैनिक अड्डे पर युद्धपोत आइएनएस सावित्री में आग लग गई। हालांकि, इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। एक वर्ष के दौरान नौसेना में यह १६वां हादसा है।
नौसेना ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि आइएनएस सावित्री के एक कंपार्टमेंट में शनिवार को मामूली आग लग गई थी, जिसपर जल्द ही नियंत्रण कर लिया गया। शॉर्ट सर्किट से आग लगने पर संदेह जताया गया है। इस घटना में युद्धपोत के कुछ उपकरण और नाविकों के सामान क्षतिग्रस्त हो गए। बयान में कहा गया है कि आग से अपतटीय गश्ती पोत की उपयोगिता पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ा है।
१४ अगस्त, २०१३ को आइएनएस सिंधुरक्षक पनडुब्बी के नष्ट होने के बाद से पिछले एक साल में नौसेना के कई युद्धपोत दुर्घटना के शिकार हुए हैं। गत वर्ष २२ सितंबर को विमानवाहक पोत आइएनएस विराट और ४ दिसंबर को आइएनएस कोंकण पर भी आग लगी थी। इसके अलावा आइएनएस तलवार एक नौका से टकरा गया था। हाल में ही अंडमान नौसैनिक अड्डे पर प्रवेश के दौरान आइएनएस कुठार क्षतिग्रस्त हो गया था। ज्ञात हो कि नौसेना में बढ़ती दुर्घटनाओं की वजह से ही एडमिरल डीके जोशी को नौसेनाध्यक्ष के पद से इस्तीफा तक देना पड़ा था।
आइएनएस कलिंग में संदिग्ध हालात में नाविक की मौत
आइएनएस कलिंग में सोमवार को नौसेना के एक २५ वर्षीय नाविक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। नौसेना का दावा है कि हथियारों के रखरखाव के दौरान गोली चलने से उसकी मौत हुई जबकि पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। नौसेना की ओर से जारी बयान में मृतक की पहचान सिर्फ विरेंदर के रूप में सार्वजनिक की गई है। इसमें कहा गया कि बीती रात हथियारों के रखरखाव के दौरान उसे गोली लग गई, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया। साथ ही मामले में बोर्ड ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है। हरियाणा के झज्जर के रहने वाले विरेंदर ने पांच साल पहले नौसेना में भर्ती हुए थे। वहीं, भीमीली पुलिस थाने के इंस्पेक्टर एस अप्पला नायडू ने कहा कि विरेंदर नौसैनिक कमांडो था और उसने सरकारी पिस्तौल से अपने सिर में गोली मारकर आत्महत्या की।
स्त्रोत : जागरण