श्रावण कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित इफ्तार पार्टी में देश के कई प्रतिष्ठित नेता शामिल हुए थे।
नई दिल्ली – राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में इफ्तार पार्टी दी। इस इफ्तार पार्टी में केंद्र के कई मंत्री और कई गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए। इस मौके पर उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, कांग्रेस और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपभोक्ता मामले और खाद्य मंत्री रामविलास पासवान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नजमा हेपतुल्लाह आदि मौजूद रहे।
इफ्तार पार्टी में माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचुरी, रामविलास पासवान के अभिनेता और नेता पुत्र चिराग पासवान और लोकसभा में माकपा के उपनेता मोहम्मद सलीम भी मौजूद रहे। इस मौके पर 78 वर्षीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी खुद सभी नेताओं का स्वागत कर रहे थे।
पार्टी में प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई में होने के कारण पार्टी में शामिल नहीं हो सके। नरेंद्र मोदी को अमूमन इफ्तार पार्टियों में शामिल होते हुए नहीं देखा जाता लेकिन माना जा रहा था कि शीर्ष पद पर चुने जाने के बाद वह इफ्तार पार्टी में जरूर शामिल होंगे। नरेंद्र मोदी भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर का दौरा करने मुंबई गए थे।
पीएम मोदी के इस कदम के राजनीतिक हलकों में कई मायने निकाले जा रहे हैं। उनके अलावा इफ्तार पार्टी में सरकार के सभी महत्वपूर्ण लोग शामिल थे। माना जा रहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी पार्टी में शामिल होकर अपने उन आलोचकों को जवाब देंगे जो उन पर अल्पसंख्यकों के किसी कार्यक्रम में शामिल होने से बचने के आरोप लगाते रहे हैं। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए भी नरेंद्र मोदी ने सद्भावना रैली में जालीदार टोपी पहनने से इंकार कर दिया था। हालांकि नरेंद्र मोदी ने कुछ दिनों पहले ही देशवासियों को रमजान की बधाई दी थी।
स्त्रोत : हरिभूमि