श्रावण कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
- कांग्रेसके राज्यमें पुलिसकी मुगलाई !
खेड – हिन्दू जनजागृति समिति एवं विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा संप्रदायकी ओरसे भारतीय मानचित्रका विकृतीकरण, संतोंकी अपकीर्र्ति तथा असंवैधानिक आरक्षण नीतिके विरुद्ध तहसीलके तीनबत्ती नाकेपर २० जुलाईको राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया जानेवाला था; परंतु पुलिसने आंदोलनके लिए समयपर अनुमति अस्वीकार कर दी । आंदोलनके लिए आवश्यक सभी प्रपत्र १० दिन पूर्व खेड पुलिसको प्रस्तुत किए गए थे । इस समय पुलिसद्वारा कहा गया था कि आवश्यक प्रपत्र प्राप्त होनेपर अनुमति मिलेगी; परंतु आंदोलनसे पूर्व रात्रि १९ जुलाईको पुलिसद्वारा ‘इस आंदोलनके कारण कानून एवं सुरक्षाका प्रश्न उपस्थित होगा’, ऐसा कारण बताते हुए आंदोलनके लिए अनुमति अस्वीकार कर दी गई । (राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनके कारण आजतक कहीं भी कानून एवं सुरक्षाका प्रश्न उत्पन्न नहीं हुआ । तब भी आंदोलनके लिए अनुमति अस्वीकार करनेवाली पुलिस क्या हिन्दुओंको न्याय दिलवा सकेगी ? क्या पुलिस अन्य धर्मियोंके साथ ऐसा ही आचरण करती ?- संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
सभी हिन्दुत्वनिष्ठोंको आंदोलन निरस्त होनेके संदर्भमें बतानेवाले
सनातनके साधकको हिन्दुुद्रोही पुलिस निरीक्षकोंद्वारा डांटडपट !
सभी हिन्दुत्वनिष्ठोंको आंदोलन निरस्त होनेकी सूचना देने हेतु सनातन संस्थाके श्री. संदीप तोडकरी नियोजित आंदोलनस्थलपर उपस्थित थे । इस समय खेड पुलिस थानेके पुलिस निरीक्षक विकास गावडे पुलिस सहयोगियोंके साथ वहां पहुंचे । इस अवसरपर गावडेने श्री. तोडकरीको संबोधित कर सहयोगी पुलिस कर्मचारियोंसे कहा, ‘जो आंदोलनस्थलपर आएंगे, उन्हें अंदर करें । आरंभमें इन्हें (श्री. तोडकरीको) अंदर करें । यहां किसीको कुछ न करने दें । (निर्दोष हिन्दुत्वनिष्ठोंको डांटडपट करनेवाली पुलिस दंगेके समय धर्मांधोंद्वारा मार खाती है ! क्या यही पुलिसकी शूरता है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
खेड पुलिसका दमनचक्र !
आंदोलन निरस्त होनेकी जानकारी खेडवासियोंको मिलने हेतु उद्घोषणा करनेकी अनुमति मांगनेके लिए हिन्दुत्वनिष्ठ पुलिस निरीक्षक विकास गावडेके पास गए थे । इस अवसरपर पुलिस निरीक्षक गावडेने कहा, ‘कानून एवं सुरक्षाका प्रश्न उत्पन्न होने हेतु आंदोलन निरस्त किया जा रहा है, इतनी ही उद्घोषणा आप करें । यदि आपने इससे अधिक कुछ बोला, तो अंदर डाल देंगे । इतनाही नहीं, अपितु वाहन जब्त कर वाहन चालकको अंदर डाल देंगे ।’. आरंभमें पुलिस निरीक्षक गावडेने उद्घोषणाके लिए १ घंटा समय दिया था । परंतु तत्पश्चात उन्होंने कहा कि आधे घंटेतक ही उद्घोषणा करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात