हिन्दुद्रोही वक्तव्य का लोगों ने ट्विटर पर किया विरोध !
जयपुर (राजस्थान) : देहली विश्वविद्यालय के प्राध्यापक हरीश त्रिवेदी ने कहा है की, रामचरितमानस के लेखक संत गोस्वामी तुलसीदास ने एक मस्जिद के अंदर शरण मांगी थी। उन्होंने कहा कि, रामचरितमानस लिखते समय जिस मस्जिद के अंदर संत तुलसीदास ने रहने की अनुमति मांगी, वह बाबरी मस्जिद हो सकती है। त्रिवेदी ने जयपुर साहित्य महोत्सव के दौरान यह बात कही।
त्रिवेदी ने कहा कि, बादशाह अकबर के शासन के दौरान संत तुलसीदासजी ने भी रामचरितमानस एक मुगल शामियाने के नीचे लिखा था। त्रिवेदी के इस वक्तव्य की जानकारी सबसे पहले लेखिका रश्मि बंसल के ट्वीट से मिली। इसके बाद ट्विटर पर लोगोंने इस वक्तव्य का विरोध करना शुरु कर दिया ।
हिंदूंओ, आज-कल कोई भी उठता हैं और आपके आस्था केंद्र पर वक्तव्य कर आपकी धार्मिक भावनाआें को आहत करता हैं । उन्हें सहिष्णु होकर यह सब सहने को विवश किया जाता है क्योंकि यदि हिंदूं इसका विरोध करते हैं तो उन्हे सांप्रदायिक और तालिबानी कहा जाता हैं । क्या मोदी सरकार ऐसे अनादर रोकने हेतु कुछ करेगी ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
स्त्रोत : पत्रिका