श्रावण कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
इन दिनोंमें असममें एक प्रचार हो रहा है कि २५ मार्च १९७१ के उपरान्त हिन्दू एवं मुसलमान जो भी बांग्लादेशसे भारत आए हैं, उन सभीको बांग्लादेश वापस भेजने हेतु भारत सरकार प्रयास करेगी !
२००७ में कांग्रेस सरकारने एक कैबिनेट निर्णयके आधारपर, बांग्लादेशसे भारत आए कई लोगोंके पहचान पत्रमें सन्देहजनक नागरिक चिह्नित किया है ! इनमेंसे बहुतोंको डिटेंशन कैंपमें रखनेके नामपर, कारागृहमें रखा गया है !
साथ ही, बांग्लादेशसे भारत आए हिन्दुआेंके साथ विगत कई दशकोंसे अन्यायपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है !
उक्त सभी सूत्रोंके आधारपर, सारा असम बंगाली जातीय परिषदद्वारा देहलीमें 26.7.2014 इस दिन जंतर-मंतर मैदानपर सुबह ११ बजे धरना आंदोलनका आयोजन किया है ।
इसके माध्यमसे भारत सरकारको एक आवेदन दिया जाएगा कि बांग्लादेशसे भारत आए हिन्दुआेंको डिटेंशन कैंपसे मुक्त किया जाए एवं नि:शर्त पूर्ण नागरिकता प्रदान की जाए ।
सारा असम बंगाली जातीय परिषदके प्रतिनिधि श्री. सुधेंदु मोहन तालुकदारजीने सभी हिन्दू संगठनके प्रतिनिधियोंसे विनम्र आवाहन किया है कि देहलीके धरना आन्दोलनमें उपस्थित रहें ।