श्रावण कृष्ण पक्ष चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
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बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश) – मां-बाप अपने बच्चों को स्कूल में पढऩे के लिए भेजते है। वह सोचते है कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर बड़ा इंसान बन जाएगा। परन्तु उनको यह नही पता कि वह बच्चों को नशे की ओर धकेल रहे है। जी हां, हम बात कर रहे है हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के कुठेड़ा का जहां एक स्कूल में शिक्षा का पाठ पढ़ाने की जगह युवा पीढ़ी को नशा करना सिखाया जाता है।
हैरानी इस बात तो यह है कि कि प्रशासन की लाख शिकायतों के बाद भी पुलिस यहां पर नशे की इस पाठशाला को रोकने में कामयाब नहीं हो पाई है।
नशेड़ी युवक पुलिस के आने से पहले ही रफूचक्कर हो जाते हैं। नशेड़ी युवक पुलिस के आने से पहले ही नौ दो ग्यारह हो जाते है। यहां राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नाल्टी नशेडिय़ों का अड्डा बन चुका है। हालांकि,इन दिनों में स्कूल में छुट्टियां हैं फिर भी वोकेशनल कोर्स की कक्षाएं चल रही हैं।
हालांकि पुलिस ने स्कूल के १०० मीटर के दायरे में नशीले पदार्थ बेच रहे दुकानदारों को भी चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उन्होंने स्कूल के नजदीक नशीले पदार्थों की बिक्री बंद नहीं की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्त्रोत : पंजाब केसरी