श्रावण अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११६
प्रांत कार्यालयमें शिरस्तेदार श्री. तोडकरको निवेदन प्रस्तुत करते हुए शिवसैनिक
मिरज (महाराष्ट्र) – भारत तथा चीनकी सीमापर अरुणाचल प्रदेशके नागरिकोंमें भयका वातावरण उत्पन्न हुआ है । अतः उन्हें संरक्षण देकर उनका मनोधैर्य बढानेके लिए योग्य उपाययोजना निकालनी चाहिए । इस मांगके लिए शिवसेना मिरज शिवसेना मिरज नगरप्रमुख श्री. विकास सूर्यवंशीके नेतृत्वमें २५ जुलाईको प्रांत कार्यालयमें निवेदन प्रस्तुत किया गया । उस समय उपनगरप्रमुख श्री. गजानन मोरे, श्री. केदार गुरव, सर्वश्री राहुल मगदुम, संदीप कदम, विजय जाधव, अजय पवार, समारोह समितिप्रमुख श्री. आनंद राजूतके साथ अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे ।
इस निवेदनमें यह प्रस्तुत किया गया है कि…
१. अरुणाचल चीनकी सीमाके निकट है । वहां ५० सहस्रसे अधिक नागरिक निवास कर रहे हैं । चीनी सेना भारतीय सीमामें आकर कभी भी कष्ट देगी, इसी भयसे ये नागरिक सीमा छोडकर अन्यत्र जा रहे हैं । इससे पूर्व चीनी सेनाने लद्दाखके गोपालोंको ऐसे ही कष्ट दिए थे ।
२. इससे पूर्वके शासनने ३७ सहस्र करोड रुपएकी एक योजना बनाई थी । उसके अनुसार अरुणाचल प्रदेशतक पथ तथा रेलका नियोजन था । इस नियोजनमें सीमाका हिस्सा समाविष्ट नहीं था । अतः वह एकत्रित करना अत्यंत आवश्यक है ।
३. सीमा प्रदेशके नागरिकोंको भारतीय सेनाकी टुकडीमें प्रविष्ट करना चाहिए । इन नागरिकोंको अपनी सुरक्षा व्यवस्थाका एक हिस्सा बनाना चाहिए, तो ही वहांके नागरिक सुरक्षासे निवास कर सकते हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात