श्रावण शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
चेन्नईमें हिन्दू संगठन सम्मेलन
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१. श्रीमती सुगंधी जयकुमारको भगवान श्रीकृष्णका छायाचित्र देकर सम्मान करते हुए श्रीमती उमा रविचंद्रन (दाईं ओर), २. कोविल दरिसनम् तमिल ग्रंथका प्रकाशन करते समय हिन्दू मक्कल मुन्नानीके संस्थापक श्री. जी. राधाकृष्णन
चेन्नई – यहांकी सनातनकी साधिका श्रीमती सुगंधी जयकुमारने ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया है । इसलिए उनका रविवार, २० जुलाईको यहांके कोलथुर क्षेत्रके वीर सावरकर नेताजी विद्यालयमें गुरुपूर्णिमाके निमित्त आयोजित हिन्दूसंगठन सम्मेलनमें सम्मान किया गया । इस अवसरपर हिन्दू जनजागृति समितिकी ६५ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तरप्राप्त तमिलनाडु राज्य समन्वयक श्रीमती उमा रविचंद्रन्के करकमलोंसे श्रीमती जयकुमारको भगवान श्रीकृष्णका चित्र एवं भेंटवस्तु देकर सम्मान किया गया । हिन्दू मक्कल मुन्नानीके संस्थापक श्री. जी. राधाकृष्णन्के करकमलोंसे सनातन-निर्मित तमिल भाषामें ‘कोविल दरिसनम् (देवालय दर्शन)’ नूतन ग्रंथका प्रकाशन किया गया ।
इस अवसरपर मनोगत व्यक्त करते समय श्रीमती सुगंधी जयकुमारने कहा कि ‘‘प.पू. डॉक्टरजीकी कृपासे ही यह संभव हुआ । परमपूज्य निरंतर मेरे साथ रहते हैं, ऐसी अनुभूति मुझे निरंतर होती है ।’’
श्री. जयकुमारने कहा कि ‘‘साधनामें आनेके पश्चात श्रीमती सुगंधीमें बहुत परिवर्तन हो गया है । उसे निरंतर सेवाका ही चिंतन रहता है । उसने ६१ टक्के आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया है । इसलिए प.पू. डॉक्टरजीके चरणोंमें मैं कृतज्ञ हूं ।‘‘
क्षणिकाएं
१. कार्यक्रमके प्रमुख वक्ता ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तरप्राप्त हिन्दू मक्कल मुन्नानीके संस्थापक श्री. जी. राधाकृष्णन्के करकमलोंसे धर्मकार्यमें सहायता करनेवाले धर्माभिमानी भारतमाता मोहन, श्री. तणीगैवेलु एवं श्री. सौंदरराजनका सम्मान किया गया ।
२. कोविल दरिसनम् ग्रंथकी छपाईसे पूर्व ही १४० प्रतियोंकी अग्रिम मांग करनेवाले धर्माभिमानी श्री. सौंदरराजनका सम्मान किया गया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात