श्रावण शुक्ल पक्ष द्वितिया, कलियुग वर्ष ५११६
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लंदन। भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच में गाजा और फलस्तीन के समर्थन में रिस्ट बैंड पहनने के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज मोइन अली मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस मामले की जांच करने की बात कही है। जांच में दोषी पाए जाने पर पाकिस्तानी मूल के इस खिलाड़ी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। हालांकि, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में मोइन अली का बचाव किया है।
क्या है मामला?
मोइन अली ने भारत-इंग्लैंड के बीच साउथम्पटन में खेले जा रहे जारी तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन दो रिस्ट बैंड पहन रखे थे। इन पर 'Save Gaza' और 'Free Palestine' लिखा हुआ था।
आईसीसी करेगी जांच
रिस्ट बैंक पहने हुए मोइन अली की ये तस्वीरें सामने आने के बाद आईसीसी ने मामले की जांच करने की बात कही है। आईसीसी के प्रवक्ता ने कहा, 'हम मामले की जांच कर रहे हैं। समय आने पर जानकारी दी जाएगी।' आईसीसी ड्रेस कोड के उल्लंघन और अनुचित आचरण को लेकर अली के खिलाफ जांच करेगी।
या कहते हैं नियम?
आईसीसी के नियम कहते हैं कि कोई भी खिलाड़ी या टीम अधिकारी बिना अपने क्रिकेट बोर्ड की इजाजत के कोई भी संदेश लिखा हुआ आर्म बैंड, कपड़ा या फिर अन्य किसी सामान का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। खिलाड़ी को मैदान पर राजनीतिक, धार्मिक और नस्ल से जुड़े संदेश का प्रचार करने की भी इजाजत नहीं होती है। मोइन ने ये रिस्ट बैंड पहन कर मैदान में उतरने से पहले न तो टीम मैनेजमेंट से इजाजत ली थी और न ही इसकी जानकारी दी थी।
मोइन का समर्थन
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने मोइन अली का बचाव किया है। बोर्ड का कहना है कि मोइन ने जो किया उसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद नहीं था। यह सिर्फ मानवीय संवेदना से जुड़ा एक संदेश था। इंग्लैंड टीम के प्रवक्ता ने बताया कि मोइन ने इस बारे में टीम मैनेजमेंट से इजाजत नहीं मांगी थी। अगर वह आगे यह बैंड पहनकर खेलना चाहते हैं तो टीम को इससे कोई एतराज नहीं है।
पहले भी विवाद में घिरे मोइन
मोइन अली इससे पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। इस बल्लेबाज को बर्मिंघम में पिछले हफ्ते गाजा के लिए राहत राशि जुटाते देखा गया था। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर आई थीं।
स्रोत : दैनिक भास्कर