गोरखपूर (उत्तरप्रदेश) – भाजपा के नेता और सांसद महंत योगी आदित्यनाथजी ने बिहार के सीतामढी में भगवान श्रीराम और लक्ष्मण के विरूद्ध अपराध प्रविष्ट कराने पर अपना विरोध प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि, ऐसे लोग सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए इस तरह का काम करते हैं।
यह न्यायालय के कार्य को बाधित करके आम जान को न्याय से वंचित करने की कुत्सित चेष्टा भी है। इस तरह के लोगों पर भारी जुर्माना लगाने के साथ ही उनपर कडी करवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा की, जो लोग शास्त्रों के वास्तविक मर्म को नहीं समझते हैं, वे इस प्रकार की अनावश्यक बातों पर समय व्यर्थ करते हैं। न्यायालय आम जनता को न्याय देने के लिए बनाई गई है। इस प्रकार की निरर्थक बातों के लिए नहीं।
बता दें कि बिहार के सीतामढी में डुमरी कला गांव निवासी अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने शनिवार को सीजेएम न्यायालय में भगवान राम और लक्षमण के विरूद्ध परिवाद प्रविष्ट किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि, त्रेतायुग में भगवान श्रीराम ने एक धोबी की बातों में आकर अपनी पत्नी सीता (मां जानकी) का परित्याग कर दिया।
स्त्रोत : अमर उजाला