अपना जीवन अल्पसंख्यकोंके तुष्टिकरण में व्यतीत करनेवाले दिग्विजय सिंह वास्तव में सनातन धर्म काे मानते हैं, तो भोजशाला में हिंदुआें को पूजा का अधिकार प्राप्त कराने के लिए आंदोलन करें ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
वाराणसी : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि, हिंदुत्व कोई शब्द नहीं है और न ही मैं हिंदुत्व को मानता हूं । मैं सनातन धर्म का पालन करनेवाला व्यक्ति हूं । मैं और मेरा परिवार सनातन धर्म को मानता हैं । (सनातन धर्म को माननेवाली व्यक्ती राममंदिर आैर हिंदुत्व का विरोध नहीं कर सकती ! दिग्विजय सिंहद्वारा एेसा वक्तव्य करना मूर्खता ही हैं ! – सम्पादक, हिन्दू जागृति)
आपको बता दें कि, दिग्विजय से राम मंदिर के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने यह बात कही । वह वाराणसी स्थित विद्यामठ में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मिलने गए थे । इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय ने स्वयं को सनातन धर्मीय बताया ।
दिग्विजय ने महाराष्ट्र के शनि शिंगणापुर मंदिर में महिलाओं के पूजा करने पर रोक को भी गलत बताया । उन्होंने कहा कि, किसी भी मंदिर में कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए । महिला या पुरुष सभी मंदिर में जा सकते हैं । जिस किसी की भी आस्था धर्म में हो वह मंदिर जा सकता है । (धर्मशास्त्र जाने बिना अभ्यासहीन वक्तव्य करनेवाले दिग्विजय सिंह – सम्पादक, हिन्दू जागृति)
संदर्भ : हरिभूमि