कमलेश तिवारी को बन्दी बनाने का प्रकरण !
लखनऊ : अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कमलेश तिवारी प्रकरण से जुडे हाल के उपद्रवों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस पर रोक लगाने की मांग की है । चक्रपाणि का पत्र संज्ञान लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह सचिव को समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं ।
स्वामी चक्रपाणि ने आंदोलन के लिए तैयारी प्रारंभ कर ली है । उनका कहना है कि, यदि सिर काटने का आदेश जारी करनेवाले मौलानाओं पर कार्रवाई नही हुई तो देशव्यापी हिंदू आंदोलन किया जाएगा । प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद हरकत में आए जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि, सामाजिक परिस्थिति में कडवाहट उत्पन्न करनेवाले या कानून का उल्लंघन करनेवालों से सख्ती से निपटा जाएगा । इन पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी । समाज में अमन और शांति में बाधा डालने या उसका प्रयास करनेवालों के साथ जरा भी नरमी नहीं दिखाई जाएगी ।
हिंदू महासभा अध्यक्ष चक्रपाणि ने पत्र में कहा है की,
- हजरत मोहम्मद पर कमलेश तिवारी के आपत्तिजनक वक्तव्य के पश्चात देश में जो अशांति का वातावरण बना है, उसपर लगाम कसी जाए । इससे बहुसंख्यक वर्ग में कुंठा और आक्रोश बढ रहा है ।
- जयपुर में आइएसआइ का झंडा दिखाना, नारे लगाना, मालदा तथा पूर्णिया में जिहादीयोंद्वारा कानून हाथ में लेकर थाना, पुलिस वाहन फूंक देना लोकतांत्रिक देश के लिए शुभ नहीं है ।
- कमलेश तिवारी के वक्तव्य पर हिंदू महासभा पहले ही स्पष्टीकरण दे चुकी है । कमलेश तिवारी रासुका के तहत जेल में कैद हैं, किंतु जिहादीयोंका उपद्रव जारी है । इन पर कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है ?
- बिजनौर में कुछ समय पूर्व मौलाना अनवर-उल-हक ने प्रदर्शन कर कमलेश तिवारी का सिर काटकर लानेवाले को ५१ लाख का पारितोषिक देने की घोषणा की थी । इसके दो दिन बाद ही मुफ्ती नईम अहमद ने डेढ करोड का पारितोषिक घोषित कर दिया था ।अशांति का वातावरण बनानेवाले इन मौलानाओं पर पुलिस ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है ।
- मुजफ्फरनगर में भी हजारों मुसलमान मार्ग पर उतर आए थे । उन्होंने केंद्र सरकार को उपद्रवियों पर लगाम कसने के लिए आज तक का समय दिया था । अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी गई है ।
पीएमओ ने चक्रपाणी के पत्र का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय गृह सचिव को उचित कार्रवाई कर सूचित करने को कहा है । गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को इस पर संज्ञान लेकर ठोस कार्रवाई करने को कहा है ।
बता दे कि, कुछ वर्ष पूर्व मेरठ में पूर्व मंत्री हाजी याकूब ने भी एक कार्टूनिस्ट का सिर कलम करने पर एक करोड का पारितोषिक घोषित किया था। उन पर भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है ।
संदर्भ : जागरण