-
जिहादीयोंके ऐसे कृत्योंके संबंध में ‘अहिष्णुता’ का आक्रोश करनेवालों के एक शब्द भी नहीं निकालते, यह ध्यान में लें !
-
जिहादीयोंद्वारा हिन्दुओंपर पुनःपुनः होनेवाले आक्रमणोंको रोकने के लिए ‘हिन्दू संगठन’ ही एकमात्र विकल्प !
* जिहादीयोंद्वारा हिन्दु महिलाओंकी भी मारपीट !
* वाहनोंकी तोडफोड
* पुलिस की केवल दिखाऊ भूमिका
आळते-तहसील हातकणंगले (कोल्हापुर) : यहां के शिवाजी चौक में अनेक वर्षोंसे भगवा ध्वज लहरा रहा है। इस ध्वज को हटाने के विषय को लेकर जिहादीयोंने हिन्दुत्वनिष्ठोंसे विवाद कर उनकी मारपीट की !
इस घटना में एक हिन्दु युवक के पैर में गंभीर चोट आर्इ है तथा अन्य ३ हिन्दू घायल हुए हैं। जिहादीयोंने हिन्दुओंके घरों में घुसकर गज एवं लकडियोंसे महिलाओंकी भी मारपीट की ! (जिहादीयोंके इन आक्रमणोंका सामना करने के लिए यदि हिन्दूओंने आत्मरक्षा हेतु सिद्धता करने का मन बना लिया, तो उसमें गलत क्या है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) मार्ग पर स्थित वाहनोंको भी नहीं छोड़ा ! (इस हानि की आपूर्ति जिहादीयोंसे कौन करेगा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस प्रकरण में पुलिसने अबतक किसी को भी बंदी नहीं बनाया है। गांव में तनाव का वातावरण है। (जिहादीयोंके बढते उन्माद को देखते हुए इस देशमें शासन का अस्तित्व है की नहीं, ऐसा प्रश्न पडता है ! जिहादीयोंके ऐसे दंगोंको रोकने के लिए क्या, पुलिस ठोस कदम उठाएगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. ३१ जनवरी को मध्यरात, जिहादीयों ने दर्गाह चौक में रातोरात चबुतरे का निर्माण कर वहांपर अपना ध्वज लगाया था !
१ फरवरी के दिन प्रशिक्षणार्थी मंडल विकास अधिकारी श्री. शर्मा ने सडकपर होनेवाले अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। उसमें प्राथमिक केंद्र विद्यालय, प्रमुख मंडी, साथ ही दर्गाह के निकट की टपरीयोंको हटाया गया।
२. अतिक्रमणविरोधी दल जब दर्गाह चौक में बनाया गया यह चबुतरा हटा रहा था, तब जिहादीयोंने इसका विरोध किया। उन्होंने, जब तक शिवाजी चौक में स्थित ध्वज नहीं हटाया जायेगा तब तक हम हमारा ध्वज नहीं हटाएंगे, ऐसी भूमिका ली ! इस समय आंशिक विवाद हुआ।
३. इसके पश्चात शिवाजी चौक में होनेवाला चबुतरा निकालते समय शिवाजी चौक के हिन्दुत्वनिष्ठोंने इसका विरोध कर दोपहर पुलिस थाने पर मोर्चा निकाला ! ऐतिहासिक प्रमाण रहनेवाले इस भगवा ध्वज को हटाने का आदेश देनेवाले अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग करते हुए हिन्दूओंने पुलिस थाने में ही ‘धरना’ किया।
४. तदुपरांत जिहादीयोंने भी पुलिस थाने पर मोर्चा निकाला ! वहां हुए घोषणा युद्ध के कारण प्रचंड तनाव उत्पन्न हुआ !
५. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जयसिंगपूर, शहापूर, इचलकरंजी, पेठवडगाव यहां के पुलिस दलोंको भी बुलाया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दिनेश बारी, पुलिस उपअधीक्षक श्री. रमेश सरवदे घटनास्थल पर उपस्थित हुए।
६. हिन्दुत्वनिष्ठोंके शिष्टमंडल ने डॉ. बारी से भेंट कर उनको ज्ञापन सौंपा। उन्होंने संबंधित अधिकारी की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन देने पर ही आंदोलन पीछे लिया गया।
वाहनोंपर पथराव एवं महिलाओंसे भी मारपीट !
१. इस समय जिहादीयोंने गांव में मोर्चा निकाला था। इस मोर्चे में सहभागी जिहादीयोंने सडक पर स्थित वाहनोंपर पथराव कर वाहनोंकी तोडफोड की, साथ ही उन्होंने हिन्दूओंके घरोंपर भी पथराव किया। इतना ही नहीं, घरों में घुसकर लोहे के गज एवं लकडियोंसे महिलाओंसे मारपीट भी की !
२. इस मारपीट में श्री. संदीप गोरे इस हिन्दु युवक को अपना एक पैर हमेशा के लिए गंवाना पड़ा ! साथ ही सर्वश्री शेंडगे, किरण खाडे एवं अन्य एक हिन्दु के हाथ एवं पैर को गंभीर चोट पहुंची। इन सब को सांगली के शासकीय अस्पताल में उपचार हेतु दाखिल किया गया है।
३. इस घटना में जिहादीयोंने २ रिक्शा, १ ओमनी गाडी एवं २ दोपहिया गाडियोंकी तोडफोड की !
जिहादीयोंद्वारा दहशत फैलाने की इस प्रवृत्ति के कारण पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे, निःशब्द हो गई हैं !
मोर्चा निकालनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठोंपर ही पुलिस का लाठीचार्ज !
दंगे की जानकारी मिलने पर हातकणंगले एवं इचलकरंजी यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ आळते गांव में उपस्थित हो गए। तदुपरांत हिन्दुत्वनिष्ठोंने मोर्चा निकाला। उसके पश्चात राज्य राखीव दल की २ टुकडियोंको बुलाया गया। जमावडे को तितरबितर करने के लिए पुलिसने सौम्य लाठीचार्ज किया।
देर रात पुलिस अधीक्षक श्री. प्रदीप देशपांडे ने आळते गांव में भेंट कर स्थिति की जानकारी ली। देर रात तक अपराध प्रविष्ट करने का काम शुरू था।
पुलिस निरीक्षक अत्तार की जांच करें ! – श्री. बाळ महाराज
हातकणंगले परिसर में बारबार सांप्रदायिक विवाद हो रहें हैं !
आळते गांव के कुछ मुसलमान, पुलिस निरीक्षक अत्तार से मित्रता रखते हैं तथा वही हिन्दु एवं मुसलमान इनमें अनबन उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे सामाजिक शांति बिगड रही है।
प्रायः अत्तार का स्थानांतर कहीं और जगह कर उनकी जांच करें, ऐसी मांग विहिंप के श्री. बाळ महाराज जी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. दिनेश बारी इनसे की है। (जिस क्षेत्र में यदि कोई मुलमान पुलिस अधिकारी होता है, वहां मुसलमानोंकी ओर से हिन्दूओंपर अत्त्याधिक अत्याचार होते हैं, ऐसा ध्यान में आता है। साथ ही कोई भी घटना होने के पश्चात मुसलमान पुलिस अधिकारियोंसे हेतूतः हिन्दूओंपर ही अपराध प्रविष्ट किए जाते हैं। यह सब पूर्वनियोजित होने के कारण ऐसे पुलिस अधिकारियोंको बडतर्फ ही कर देना ही अच्छा है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात