सऊदी अरब की तरह भारत में भी आतंकवाद का समर्थन करनेवालों को एेसी कठोर शिक्षा होनी चाहिए, एेसी जनता की अपेक्षा है – सम्पादक, हिन्दूजागृति
सऊदी अरब की विशेष न्यायालय ने मानवाधिकार कार्यकर्ता और अधिवक्ता वालीद अबुलखैर को ट्विटर पर आतंकी का समर्थन करने के कारण १० वर्ष की शिक्षा सुनार्इ हैं । वालीद ने ट्विटर पर उन कैदियों की मुक्ति की मांग की थी, जो आतंकवाद या सुरक्षा उल्लंघन के आरोपों में सजा काट रहे हैं ।
वालीद के पास कई ट्विटर खाते हैं । न्यायालय ने उसे अराजकता फैलाने का दोषी पाया । वालीद पर यह भी आरोप था कि, उसने कैदियों की मुक्ति के लिए कारागार के बाहर प्रदर्शन किया था ।
आपको बता दें कि, सऊदी अरब में ट्विटर का बडी मात्रा में उपयोग किया जाता है । किंतु देश में बढते आईएसआईएस के आक्रमण की आशंका के कारण सरकार किसी तरह का खतरा नहीं उठाना चाहती है । पिछले वर्ष भी सऊदी के गृहमंत्रालय ने वक्तव्य जारी कर कहा था कि, उन्होंने ऐसे सैकडो संदिग्धों को बन्दी बनाया था जो आक्रमण या उसकी योजनाओं में सम्मिलीत थे ।
संदर्भ : आज तक