हिन्दुओंके साथ अमानुषिक ढंग से मारपीट करनेवाले धर्मांधोंकी कार्यवाहियों को स्थायी रूप से बंद करने के लिए अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है ! धर्मनिरपेक्ष हिन्दू एवं अल्पसंख्यकोंका समर्थन करनेवाले राजनीतिज्ञोंद्वारा अल्पसंख्यकोंके अत्यधिक लाड करने के कारण ही ‘अल्पसंख्यक’, किसी परिवार के बिगडे लडके के समान उद्दंड हो गए हैं !
श्रीरामपुर (महाराष्ट्र) : श्रीरामपुर के बेलापुर तहसील में २८ जनवरी को रात्रि ८ बजे ११ धर्मांध एवं १ अल्पसंख्यकोंने मिल कर दो हिन्दुओंसे पुराने एक विवाद को लेकर गंभीर रूप से मारपीट की। (यदि हिन्दुओंको ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ न कुछ कारण ढूंढ कर हिन्दुओंके साथ मारपीट करनेवाले धर्मांधोंको कितना सहन करें, तो उसमें क्या आश्चर्य है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
धर्मांधोंने बेलापुर के श्री. रामेश्वर राजेंद्र महाले एवं श्री. राकेश नागले के साथ मारपीट करने हेतु लोहे की सलाखें एवं लकडी के डंडोंका प्रयोग किया था।
इस मारपीट के कारण उपचार की अवधि में रामेश्वर महाले की मृत्यु हो गई एवं राकेश नागले पर उपचार चल रहे हैं।
पुलिसद्वारा इस प्रकरण में अपराध प्रविष्ट कर ८ लोगोंको बंदी बनाया गया है। इस अपराध में फंसे अन्य ४ लोग लापता हैं।
बेलापुर के ग्रामवासियोंद्वारा २९ जनवरी को गांव बंद रख कर इस मारपीट का निषेध किया गया। श्रीरामपुर में मारपीट की हत्या होने की यह चौथी घटना है !
श्री. राकेश नागलेद्वारा प्रविष्ट अपराध के अनुसार पुलिसद्वारा अक्रम अकिल शेख, असिफ शेख, नयूम बागवान, नोईद बागवान, सूरज मायकल नन्नवरे, सलमान बागवान, तौसीफ शेख, शाहीद मलिक तथा युनूस शेख के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है। इस घटना से गांव का तनाव न बढे, इस हेतु पुलिसद्वारा कड़ी निगरानी रखी गई थी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात