जिहादीयोंद्वारा पुलिस थाने पर आक्रमण
धर्मांधोंको शांत करने के लिए पुलिस अधीक्षक ने की क्षमायाचना !
नेल्लोर (आंध्रप्रदेश) : यहांपर ३० जनवरी को धर्मांध जिहादियोंद्वारा संघटित हो कर, पुलिस थाने पर आक्रमण करने का प्रयास किए जाने की घटना सामने आयी है !
१. एक राजनीतिक दल के धर्मांध नेताद्वारा, एक हिन्दु पुलिस अधिकारी ने बुरके पर आपत्तिजनक टिप्णणी की, ऐसी अफवाह फैलाई !
२. इस कारण को लेकर के धर्मांध बडी संख्या में संघटित हो कर, उन्होंने वन टाऊन पुलिस थानेपर आक्रमण करने का प्रयास किया। (कहां अफवाह का आधार लेकर हिंसा करनेवाले धर्मांध, तो कहां वास्तव में धर्म की अवमानना होने पर भी उसका वैधानिक पद्धति से भी विरोध न करनेवाले ‘निद्रिस्त’ हिन्दू ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
३. स्थानीय पुलिस अधीक्षक श्री. गजराव भूपाळ घटनास्थल पहुंच गए, उन्होंने धर्मांधोंको शांत करने का प्रयास किया; परंतु संतप्त धर्मांधोंने अधीक्षक की चौपहिया गाडीपर ही आक्रमण करते हुए गाडी के शीशे तोडे। इस कारण श्री. भूपाळ वहां से निकल आए। (स्वयं की रक्षा न कर पानेवाले पुलिस अधिकारी जनता की क्या रक्षा करेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. अंततः पुलिस ने हवा में गोली चला कर धर्मांधोंको शांत किया।
५. उसके पश्चात अधीक्षक श्री. भूपाळ ने धर्मांधोंसे क्षमायाचना करते हुए यह स्पष्ट किया कि, किसी भी पुलिस अधिकारी ने बुरके के विषय में टिप्पणी नहीं की है। (इस से धर्मांधोंको कानून एवं व्यवस्था से कोई लेना-देना नहीं होता, यह पुनः एक बार स्पष्ट हुआ है ! इसके समेत, संगठन के बलपर पुलिस को झुकानेवाले धर्मांधोंकी ‘जिहादी मानसिकता’ दिखाई देती है। दादरी जैसी घटनाओंको सिर पर लेकर देश में ‘असहिष्णूता’ होने के नाम पर चिल्लानेवाले प्रसारमाध्यम अब ऐसे समाचारोंपर चूप बैठे हैं, यह ध्यान में लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात