श्रावण शुक्ल पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
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अहमदाबाद (गुजरात) – गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से अपील की कि मंदिरों केे निर्माण केे बजाय बच्चों को भोजन करवाने के लिए एकीकृत रसोईघर बनवाने पर ध्यान केन्द्रित किया जाना चाहिए।
आनंदीबेन ने रविवार को यहां भदाज गांव में गैर सरकारी संगठन ‘द अक्षय पात्र फाउंडेशन टीएपीएफ’ द्वारा निर्मित पूर्णत स्वाचालित रसोईघर का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘यदि हम दोपहर का भोजन योजना केे तहत बच्चों को बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध करा सके तो स्कूल छोड़कर जाने की दर में भारी कमी सकती है। मेरा मानना है कि मंदिरों के निर्माण की बजाय बच्चों को खाना खिलाने वाले रसोईघरों को बनाना अधिक बेहतर होगा।’ टीएपीएफ दो एकड़ में फैला एकीकृत रसोईघर संचालित करता है।
१५ करोड़ रुपए की लागत से बने इस रसोईघर को देश के बड़े रसोईघरों में एक माना जाता है। इस रसोईघर में बड़ी मशीनों और बायलरों की मदद से पांच घंटे केे भीतर दो लाख लोगों को भोजन तैयार किया जा सकता है। संस्था केे अधिकारी चंचलपति दासजी ने बताया, ‘टीएपीएफ केे इस रसोईघर में तैयार भोजन को स्कूूली बच्चों को दोपहर भोजन योजना के तहत १०० किमी केे दायरे में स्थित विभिन्न सरकारी स्कूूलों और आगनवाड़ी में भेजा जाएगा।’
मुख्यमंत्री ने राज्य में इस तरह केे रसोईघरों को सार्वजनिक निजी भागीदारी में बनाने पर जोर देते हुए अपनी अगली योजना का ब्योरा दिया जिसके तहत निजी फर्मों की मदद से शौचालयों का निर्माण करवाया जाएगा।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर