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बांग्लादेश : जिहादीयोंद्वारा हिन्दुओंके अंत्यसंस्कार कार्यक्रम पर आक्रमण !

  • महिला एवं बालकोंसे मारपीट एवं कुछ महिलाओंका शीलभंग !

  • बांग्लादेश में हिन्दूविरोधी जिहाद चालू ही है !

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ढाका (बांग्लादेश) : बांग्लादेश के कुरीग्राम जिले के भातीर्भिता गांव में ६ फरवरी को हिन्दुओंकी भूमि हथियाने के उद्देश्य से ८-१० धर्मांधोंने एक वृद्ध हिन्दू महिला के अंत्यसंस्कार कार्यक्रम को उधेड दिया !

धर्मांधोंने कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित हिन्दू महिला एवं बालकोंकी पिटाई की तथा अनेक महिलाओंका शीलभंग भी किया।

विस्तृत जानकारी आगे . . .

१. स्थानीय हिन्दू श्री. दिलीप चंद्र सेन की माता के अंत्यसंस्कार कार्यक्रम पर आक्रमण किया गया।

२. इस आक्रमण के पश्चात अपराधी एवं उसके सूत्रधार लापता हो गए हैं। पुलिसद्वारा अब तक किसी को भी बंदी नहीं बनाया गया। अपराधियोंके नाम महम्मद इब्राहिम, अब्दुल मलेक, अब्दुल करीम, मैदुल इस्लाम, मलेका बेगम, हमीदा बेगम, अलेना बेगम एवं शरीफा बेगम ऐसे हैं। (जिहादीयोंके कंधे से कंधा मिला कर लडनेवाली उनकी महिलाओंकी मानसिकता देखें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

३. यह संपूर्ण घटनाक्रम बांग्लादेश के दैनिक ‘जुगांतोर’ एवं दैनिक ‘संगबाद’ में ७ फरवरी को प्रसिद्ध हुआ है।

४. इस घटना का पता चलते ही ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष द्वारा कुरीग्राम जिले के पुलिस अधीक्षक महम्मद तोबारक उल्लाह से संपर्क करने पर उन्होंने, इस घटना के संदर्भ में कुछ ज्ञात नहीं है’, ऐसा कह कर श्री. घोष को संबंधित पुलिस थाने से संपर्क करने का परामर्श दिया। (हिन्दुओंपर हुई इस आक्रमण की घटना पुरे विश्व को ज्ञात है, फिर भी टालमटोल करनेवाली पुलिस से और क्या अपेक्षा करेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

५. इसलिए अधिवक्ता श्री. घोष ने नागेश्वरी पुलिस थाने के प्रभारी अबू अक्कास अहमद से संपर्क किया। इस पर उन्होंने कहा कि यह घटना धार्मिक नहीं, अपितु व्यक्तिगत कलह के कारण हुई है एवं अपराध प्रविष्ट कर जांच चालू है। (बांग्लादेश में हिन्दुओंपर बार-बार होनेवाले आक्रमण देखते हुए कथित घटना को व्यक्तिगत वैमनस्यता का रूप देकर पुलिस धर्मांधोंकी रक्षा करने का प्रयास कर रही है, यह समझ में न आए, इतने हिन्दू भोलेभाले नहीं हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

६. ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ ने बांग्लादेश शासन से इस प्रकार से धार्मिक विधियोंपर आक्रमण कर महिलाओंका शीलभंग करनेवाले एवं बालकोंकी पिटाई करनेवाले अपराधियोंको बंदी बना कर उनपर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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