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रांची : धर्मांध महिला अध्यापिका ने की १२ वर्ष के विद्यार्थी की हत्या, बेटी से प्रेम का था शक

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रांची (झारखंड) – पांच दिन पहले सफायर आंतरराष्ट्रीय पाठशाला के विद्यार्थी के हत्या प्रकरण में बडा खुलासा हुआ है । विनय महतो (१२) की हत्या के आरोप में अध्यापिका नाजिमा खातून, उसके पति और दोनों बच्चों को बुधवार को बन्दी बनाया गया है ।

आखिर क्यों मारा गया विनय…

एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के अनुसार, विनय की हत्या ऑनर किलिंग का मामला है। सातवीं कक्षा में पढने वाले विनय की मित्रता अध्यापिका नाजिमा के बेटी से थी । पुलिस के अनुसार, नाजिमा और उसके परिजनोंने विनय के हत्या की बात स्वीकार कर ली है। अध्यापिका की बेटी भी इसी पाठशाला में छठवीं कक्षा की विद्यार्थिनी है।  
आरोपी अध्यापिका और उसका परिवार

कैसे की हत्या ?

नाजिमा का बेटा इसी पाठशाला में ११ वी कक्षा का विद्यार्थी है। सभी हॉस्टल में रहते हैं। ५ फरवरी को रात में उसने विनय को फोन करके डांस अभ्यास के लिए बुलाया था।

विनय के पहुंचते ही उसकी बेहरमी से पिटाई की गई। पिटाई के बाद विनय बेहोश हो गया। बताया जाता है कि, विनय के सिर में ड्रिल मशीन से छेद किया गया था। उसे मरा समझ कर शिक्षक हॉस्टल के पहले माले से नीचे फेंक दिया। ६ फरवरी को विनय का शव मिला । इसके बाद रांची में तनाव फैल गया।

न्यायालय ने पूछा – ऐसी पाठशाला को क्यों न बंद कर दिया जाए ?

विनय मामले में दायर पीआईएल की सुनवाई करते हुए बुधवार को झारखंड उच्च न्यायालय के प्रमुख जस्टिस वीरेंद्र सिंह ने पुलिस से एक सप्ताह में पूरी रिपोर्ट मांगी है। न्यायालय ने कहा है कि, पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और एफआईआर की नकल भी प्रस्तुत करे। न्यायालय ने कहा है कि, जिस पाठशाला के शिक्षक ही विद्यार्थी की हत्या कर दें, उस पाठशाला को बंद क्यों नही किया जाता ?

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सामने आई हैवानियत

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कहा गया कि, विनय की मौत पिटाई से हुई। उसे इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसका लिवर फट गया। एक आंख निकल गई थी। सिर में छेद मिला। दांत भी टूटे हुए मिले।

स्त्रोत : भास्कर

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