श्रावण शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११६
हिन्दुओ, सम्बन्धित आस्थापन की ओर वैध मार्ग से निषेध पंजीकृत करें !
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पुणे (महाराष्ट्र) – हडपसर क्षेत्र के सिजंस मॉलमें शिप स्टॉप आस्थापन के टी- शर्ट के माध्यम से हिन्दू ऋषियों का अश्लाघ्य अनादर किया जा रहा था । इसे हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताओं ने रोका । (हिन्दुओ यह ध्यान में रखें कि आपके श्रद्धास्थानों के रक्षणार्थ हर बार केवल हिन्दू जनजागृति समिति ही सक्रिय रहती है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इस संदर्भ में जब शिप स्टॉप आस्थापन से संपर्क किया, तो उनसे प्रतिसाद प्राप्त नहीं हुआ । (हिन्दू असंगठित होने के कारण ही उनके श्रद्धास्थानों का अनादर कर उनकी सूचना को कोई प्रतिसाद नहीं देता । इस स्थितिमें परिवर्तन लानेके लिए हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना ही अनिवार्य है ! हिन्दुओ, हिन्दू ऋषियोंका अश्लाघ्य अनादर रोकने के लिए संगठित रहें ! आप अपने संगठन की शक्ति इतनी विस्तृत करें कि अनादर करनेका कृत्य ही नहीं, अपितु उसका विचार भी किसीके मनमें नहीं आए । – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. इस मॉल के एक कपडे की दुकान में अनादरयुक्त तथा आपत्तिजनक छायाचित्रवाले शिप स्टॉप आस्थापन के टी-शर्टोंका विक्रय चल रहा था । आंग्ल पद्धतिके शौचालयपर बैठकर एक हिन्दू साधु साधना कर रहा है, उन टी-शर्टों पर ऐसा ही छायाचित्र मुद्रित किया गया था । साथ ही उसके नीचे अंग्रेजीमें `होली सीट’ लिखा गया था । (यह पढकर जिनका रक्त खौलकर नहीं उठता, वे हिन्दू ही नहीं । इस प्रकार कथित होली सीटपर किसी मुल्ला-मौलवी अथवा पादरी को बिठाया हुआ प्रसारित करने का दुस्साहस इस टी-शर्टवाले आस्थापन द्वारा क्यों नहीं किया गया ? यदि उस प्रकार का छायाचित्र होता, तो क्या ये मॉलवाले उन्हें विक्रय हेतु रखतें ? इसके क्या दुष्परिणाम होते, क्या मॉलवालोंको इस बात की कल्पना है ? क्या मॉलवालों की ऐसी अपेक्षा है कि हिन्दू भी उसी प्रकार की प्रतिक्रिया व्यक्त करें, ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. यह देखकर समितिके सर्वश्री निखिल कुलकर्णी, सागर पाटिल, अनिकेत हराळे, तेजस काळे, युवराज पवळे, भागेश्वर रोडगे, शिववंदना संघके सर्वश्री माऊली वटारे, गौरव कवडे, प्रथमेश कवडे ने मॉल में जाकर लिखित परिवाद पंजीकृत किया । (अनादर रोकने के लिए वैध मार्गसे प्रयास करनेवाले सर्व हिन्दूनिष्ठोंका अभिनंदन ! अन्यत्रके हिन्दू भी उनसे प्रेरणा प्राप्त कर धर्महानि रोकनेके लिए सक्रिय रहें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
३. एक ईसाई व्यक्ति ऐसे कपडों का विक्रय कर रहा था । (ईसाईयों का हिन्दुद्वेष ! क्या ये ईसाई किसी पादरीको आंग्लशौचकूपपर बिठाया हुआ दर्शानेवाले कपडों का विक्रय करते ? – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. हिन्दूनिष्ठों के परिवाद के पश्चात ५ अगस्त को मॉल के व्यवस्थापक अजय दिवटे ने समिति के कार्यकर्ता श्री. निखिल कुलकर्णी से संपर्क कर यह बताया कि मॉल के टी-शर्टों के विक्रयपर प्रतिबंध लगा दिया गया है । (अनादरयुक्त कपडों का विक्रय रोककर हिन्दुओं की धर्मश्रद्धा का आदर करने वाले अजय दिवटे का अभिनन्दन ! – सम्पादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. श्री. दिवटे ने शिप स्टॉप आस्थापन के स्वामी पराग दीक्षित को दूरध्वनि द्वारा कपडों के माध्यम से हो रहे ऋषिमुनियों के अनादर के सन्दर्भ में बताया ।
५. दीक्षित ने बताया कि ऐसे टी-शर्टोंका संग्रह अभी समाप्त हो गए हैं, किन्तु आस्थापन के संकेतस्थल पर इन टी-शर्टों का विक्रय हो रहा है ।
धर्माभिमानी श्री. निखिल कुलकर्णी ने दीक्षित को उनकी चूक का भान कर संगणकीय पत्र भेजा; किन्तु उन्होंने उसका उत्तर नहीं दिया ।
धर्मप्रेमी निम्ननिर्देशित पते तथा मार्गिका पर निषेध पंजीकृत कर रहे हैं ।शिप स्टॉप स्टाईलबड्स, ९८७ ए / १०, लक्ष्मी सोसाइटी, सेनापति बापट मार्ग, शिवाजीनगर, पुणे – ४११ ०१६ |
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात