श्रावण शुक्ल पक्ष त्रयोदशी/चतुर्दशी, कलियुग वर्ष ५११६
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नई दिल्ली – विश्व हिंदू परिषद कॉल सेंटर के माध्यम से 'मुश्किल में फंसे' हिंदुओं की मदद कर रहा है। इस 'हिंदू हेल्पाइन' में धार्मिक विधि-विधान का ज्ञान देने के अलावा यह भी मदद दी जा रही है कि यदि किसी हिंदू लड़की को कोई 'मुस्लिम लड़का' परेशान कर रहा है, तो उसे कैसे बचाएं। इस हेल्पलाइन को शुरू करने की योजना प्रवीण तोगड़िया की थी। इसके लिए मुख्य कॉल सेंटर पुणे में बनाया गया है, लेकिन दिल्ली समेत ५० शहरों में इसकी ब्रांच है। पिछले दो साल में हेल्पलाइन पर अलग-अलग शहरों से करीब ८५,००० कॉल्स आए हैं।
तोगड़िया बोले- हिंदुत्व के बारे में जानकारी देना मकसद
अगले हफ्ते अपनी ५०वीं सालगिरह मना रहे वीएचपी की इस हेल्पलाइन को ४० लोग संभालते हैं। करीब तीस हजारकार्यकर्ताओं की टीम किसी भी हिंदू की मदद के लिए चौबीसों घंटे तैयार रहती है। प्रवीण तोगड़िया का कहना है, "हिंदुओं के बीच भाईचारा बढ़ाने के मकसद से इस हेल्पलाइन की शुरुआत की गई थी। हिंदुत्व के बारे में जानकारी देना और साथ ही किसी अनजान शहर में मुश्किल में फंसे हिंदुओं को कानूनी और अन्य मदद देना इसका मकसद है। हम कॉलर को तुरंत मदद पहुंचाने की कोशिश करते हैं।"
कैसी कॉल्स आती हैं
हेल्पलाइन पर देश के अलग-अलग हिस्सों से कॉल्स आते हैं। रांची के एक कॉलर ने नवग्रह पूजा कराने के लिए मदद मांगी तो मुंबई के आत्माराम का कहना था कि उनके एक प्लॉट पर किसी मस्लिम बिल्डर ने अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है। कई लोग राखी के लिए शुभ मुहूर्त के बारे में भी जानने चाहते थे।
वीएचपी के दिल्ली स्थित कॉल सेंटर में तीन लोग हेल्पलाइन को संभालते हैं। नई दिल्ली की हिंदू हेल्पाइन के कॉर्डिनेटर दीपक कुमार का कहना है, "यहां आने वाली सभी कॉल्स अहम होती हैं। गुड़गांव के एक कॉलर ने अपनी बेटी को मुस्लिम युवकों से बचाने के लिए मदद मांगी। उनका कहना था कि मुस्लिम लड़कों का एक समूह उनकी बेटी को परेशान कर रहा है।" वाटर प्यूरिफायर का बिजनेस चलाने वाले दीपक ऐसे मामलों को तुरंत कार्यसूची में नोट करते हैं और फिर इस मामले में मदद करते हैं।
कुमार का कहना है कि इस हेल्पलाइन पर लोग हमें गौ हत्या रोकने में भी मदद करते हैं। जिस तरह के मुस्लिम और क्रिश्चियन अपने लोगों की मदद करते हैं, वैसे ही हम समूह में जाकर हिंदुओं की मदद करते हैं।
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संपर्क क्रमांक : ०२० ६६८ ०३३००, ०७५ ८८६ ८२१८१
स्त्रोत : भास्कर