श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
![]() |
गाजा पट्टी में इजरायल के हमले से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए भारत १० लाख डॉलर (लगभग छह करोड़ रुपये) की आर्थिक मदद करेगा। एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस राशि से प्रभावित लोगों के लिए दवा और भोजन का बंदोबस्त किया जाएगा। साथ ही फिलिस्तीन के गाजा में इजरायली बमबारी से बेघर होने वाले लोगों के लिए आवास की व्यवस्था भी की जाएगी। अधिकारी ने कहा, “हमलोग गाजा के लोगों को दवा, भोजन और अन्य सहायता उपलब्ध कराने के लिए छह करोड़ रुपये मदद की योजना बना रहे हैं।”
फिलिस्तीन के शरणार्थियों के सहायतार्थ यह राशि संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) को भेजी जाएगी। यह संस्था जॉर्डन, लेबनान, सीरिया, पश्चिमी तट और गाजा पट्टी में रह रहे लाखों फिलिस्तीनी शरणार्थियों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक सेवा और अन्य आपात सुविधाएं उपलब्ध कराती है। उल्लेखनीय है कि भारत यूएनआरडब्ल्यूए को हर साल छह करोड़ रुपये का योगदान करता है।
भारत ने बीते २४ जुलाई को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति (यूएनएचआरसी) में लाए गए प्रस्ताव में इजरायल के खिलाफ अपना मत दिया था, जिसमें गाजा में इजरायल द्वारा की जा रही कार्रवाई की जांच की मांग की गई थी। साथ ही तेल अवीव द्वारा गाजा में अधिक से अधिक बल प्रयोग की भी निंदा की गई थी। अन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “भारत हमेशा से फिलिस्तीन के पक्ष में मतदान करता रहा है। ऐसा हम कई सालों से कर रहे हैं और भारत की इस नीति में कोई परिवर्तन नहीं आया है।”
सूत्रों ने इजरायल के संदर्भ में कहा कि भारत के संबंध इजरायल से हमेशा अच्छे रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत द्वारा उसके खिलाफ किए गए मतदान से हमारे संबंधों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इजरायल और फिलिस्तीन से संबंधों के परिप्रेक्ष्य में कहा है, “हम भले ही फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं, लेकिन इजरायल से हमारे संबंध अच्छे हैं।”
स्त्रोत : कोहराम