हिंदु जनजागृति समितिने दिल्ली पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट करनेका निर्णय लिया !
दिल्ली पुलिसद्वारा समितिसे पूछताछ !
राष्ट्रपति भवनमें प्रस्तुत किया जाएगा ‘सन्स ओफ बाबर’ नाटक !
हिन्दुओ, अनाचारी बाबरका उदात्तीकरण वैध मार्गसे रोके !
नई दिल्ली, २५ अक्टूबर – केंद्रीय कानूनमंत्री सलमान खुर्शीदद्वारा लिखा गया एवं मुगल आक्रमक बाबरका उदात्तीकरण किया गया ‘सन्स ऑफ बाबर’ नाटकका प्रयोग २८ अक्टूबरको राष्ट्रपति भवनमें प्रस्तुत किया जानेवाला है । इसमें खुर्शीद भी भूमिका निभाएंगे । इस अवसरपर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील एवं प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह उपस्थित रहनेवाले हैं । पिछले मई महीनेमें इस नाटकके गोवामें हुए प्रयोगको हिंदु धर्माभिमानियोंद्वारा तीव्र विरोध करनेके उपरांत भी यह नाटक प्रस्तुत किया गया था । (बाबरके वंशज समान हिंदुद्रोही कार्य करनेवाली कांग्रेससे और क्या अपेक्षा कर सकते है ? हिंदुओ, क्रूर बाबरका उदात्तिकरण (महानताका बखान) करनेवाली कांग्रेसको हटाकर हिंदुराष्ट्र स्थापित करें ! – संपादक) निधर्मी (अधर्मी) कांग्रेसके मुगल कालावधिपर आधारित ‘सन्स ओफ बाबर’ नाटककी पाश्र्वभूमिका वर्ष १८५७ के क्रांतिकी है । इस नाटकका नायक राजा बहादुर शाह जफर है । नाटकके दिग्दर्शक सईद आलमने बताया कि इस नाटकद्वारा यह दर्शाया जा रहा है कि हिंदुस्थानमें मुसलमानोंकी पहचान अल्प होती जा रही है ।
(‘इस देशकी साधन संपत्तिपर पहला अधिकार मुसलमानोंका है’, ऐसा कहनेवाले भारतके प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिह एवं सच्चर समितिकी अनुशंसा (सिफारिश) स्वीकार कर मुसलमानोंपर सहस्रों करोड रुपयोंकी वर्षा करनेवाली कांग्रेसके राज्यमें मुसलमानोंकी पहचान अल्प होती जा रही है, ऐसा कहना अर्थात् चोरी और सीनाजोरी ही है ! हिंदुओ, मुसलमानोंको पाकिस्तान दिया, उस समय ५५ करोड रुपए (अभीके १४ सहस्र करोड रुपए) दिए, पाकव्याप्त कश्मीर दिया, राष्ट्रपति पद दिया, जिहादी आतंकवादियोंको खुला क्षेत्र दिया । ऐसा होते हुए भी इस प्रकारके वक्तव्य करनेका अर्थ यह है कि मुसलमान पूरा भारत इस्लाममय करनेकी महत्त्वाकांक्षा रखते हैं, यह ध्यानमें रखें एवं हिंदुराष्ट्र स्थापित करनेके लिए सिद्ध हों ! – संपादक)
स्रोत : दैनिक सनातन प्रभात