महाराष्ट्र के जलगांव में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
जलगांव (महाराष्ट्र) : यहां ११ फरवरी को ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ की ओर से महानगर पालिका के समक्ष आंदोलन किया गया।
इस अवसर पर ‘वैलेंटाईन डे बंद करें एवं भारतीय संस्कृति का आचरण करें’ ! ‘इसिस में सम्मिलित होने की इच्छा रखनेवाले देशद्रोहियोंका धिक्कार हो !’ इस प्रकार की घोषणाएं की गर्इं।
‘वैलेंटाईन डे’ के विषय में बोलते हुए श्री योग वेदांत सेवा समिति की श्रीमती कविता चौधरी ने कहा कि, ‘वैलेंटाईन डे’ के तूफान से सामना कर उसे सीमापार करना है। उन्होंने भारतीय संस्कृति के अनुसार आचरण कर ‘मातृ पितृ पूजन दिवस’ मनाने का आवाहन किया।
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रेयस पिसोळकर ने कहा कि, क्या शासनद्वारा अमरनाथ यात्रा की अवधि न्यून करने से पूर्व हिन्दुओंके शंकराचार्य तथा धर्मादाय आयुक्त का मत लिया गया था ? उन्होंने कहा कि, राष्ट्रप्रेमी नागरिक ऐसी मांग कर रहे हैं कि ‘इसिस’ आतंकवादी संगठन में स्वयं आगे आकर सम्मिलित होनेवाले धर्मांध अपराधियोंको समुपदेश न देते हुए उन्हें एक ‘देशद्रोही’ के रूप में कठोर दंड दिया जाना चाहिए !
इस आंदोलन में ह.भ.प. गणेशशास्त्री महाराज, योग वेदांत सेवा समिति की श्रीमती कविता चौधरी एवं सहकारी साधिका, गायत्री परिवार के श्री. कैलास ठाकुर तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे।
क्षणिकाएं
१. २ दिन पूर्व संपर्क में आई महाविद्यालय की छात्राओंने इस आंदोलन में पूरा समय उत्साहपूर्वक सहभाग लेते हस्ताक्षर-ज्ञापन पर आने-जानेवाले लोगोंके हस्ताक्षर लिए। उसीप्रकार वे जिलाधिकारी कार्यालय में भी ज्ञापन देने हेतु आईं थीं।
२. ‘साम’ टीवी समाचार वाहिनी ने आंदोलन के विषय में एक छोटा वार्तालाप लेकर संकलन किया।
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अवश्य पढें, ‘वैलेंटाइन डे’ के बारे में, सच . . .
• हिंदुओ, ब्रिटिशोंका जूठा खानेकी अपेक्षा महान हिंदु संस्कृतिका आदर्श सामने रखकर उसका पालन करें !
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स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात