भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
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वाशिंगटन, गाजा – अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि वह सुन्नी जेहादियों को सीरिया और इराक में इस्लामी राज्य या "खिलाफत" की स्थापना नहीं करने देंगे।
अमेरिका उत्तरी इराक में इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों पर हवाई हमले कर रहा है।
ओबामा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो और हवाई हमले किए जाएंगे लेकिन अमरीकी फौजें जमीनी कार्रवाई नहीं करेंगी। ब्रिटेन ने धार्मिक समुदायों की मदद के लिए अपना विमान भी भेजा है।
रॉयल एयरफोर्स के मालवाहक विमान ने इंग्लैंड में ब्रिज नॉर्टन से मानवीय मदद के सामान के साथ इराक के लिए उड़ान भरी ।चरमपंथी संगठन आईएस (पहले आईएसआईएस) ने इराक और सीरिया के कई इलाकों पर नियंत्रण कर लिया है और इराक का सबसे बड़ा बांध भी उनके कब्जे में है।
ईसाई और याजिदी अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढाने के साथ-साथ ये चरमपंथी उत्तरी इराक में कुदोंü से भी संघर्षरत हैं और इरबिल शहर पर कब्जा करने के करीब हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए इंटरव्यू में ओबामा ने कहा, हम उन्हें (आईएस को) सीरिया और इराक के जरिए खिलाफत बनाने की छूट नहीं देने वाले, पर हम ऎसा तब कर सकते हैं जब हमें पता हो कि हमें ऎसा साझीदार मिल गया है जो खाली जगह भर सके।
उन्होंने कहा, हम कुछ समय तक तो आईएस को भगा सकते हैं, पर जैसे ही हमारे विमान लौटते हैं, वे वापस आ रहे हैं।
स्त्रोत : राजस्थान पत्रिका