भाद्रपद कृष्ण पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
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तिरुवनंतपुरम – दक्षिण केरल के एक प्राइवेट स्कूल में स्वतंत्रता दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्रों को ''वंदे मातरम्'' नहीं गाने दिया गया। इसके अलावा एक डांस से नमस्ते की मुद्रा को भी हटा दिया गया। एक धार्मिक संगठन की चेतावनी के बाद कथित तौर पर स्कूल प्रबंधन ने ऐसा किया। हालांकि, स्कूल ने दबाव की बात से इनकार किया है। उधर, इस कदम पर विरोध शुरू हो गया है और स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 65 किलोमीटर दूर कोल्लम के TKM सेंटनरी स्कूल ने 15 अगस्त के मौके पर छात्र-छात्राओं के डांस के दौरान बैकग्राउंड में ''वंदे मातरम्'' बजाने की योजना बनाई थी। सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के विरोध के बाद स्कूल प्रबंधन ने इसे हटाकर ऑकेस्ट्रा को शामिल कर लिया। कई बार रिहर्सल के बावजूद ऐसा किया गया। इसके अलावा एक डांस के दौरान नमस्ते की मुद्रा भी प्रस्तावित थी, लेकिन उसे भी हटा दिया गया।
विवाद की वजह
SDPI को वंदे मातरम् के शब्दों पर आपत्ति थी। संगठन का तर्क था कि गीत के बोल एक समुदाय विशेष के धार्मिक विश्वास के विरुद्ध हैं। इस बारे में उसने स्कूल में काफी हंगामा भी मचाया। SDPI के नेता एके सलाहुद्दीन ने कहा, ''कई अभिभावकों की शिकायत थी कि ''वंदे मातरम्'' और ''नमस्ते'' करना उनके धार्मिक मूल्यों के खिलाफ है। इसके बाद ही हमने स्कूल प्रबंधन से बात की थी। हमने सिर्फ स्कूल से अनुरोध किया वे धार्मिक भावनाओं का आदर करे।''