भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
रामनाथी (गोवा) – इंटरनेट एवं सोशल मीडियाके माध्यमसे कार्य करनेवाले हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओंद्वारा हिन्दुओंका संगठन एवं हिन्दुओंपर होनेवाले अत्याचारोंको उजागर करने हेतु व्यापक संगठन करने एवं उनके समान व्यासपीठ प्राप्त करा देने हेतु १६ एवं १७ अगस्तको सनातन आश्रम, रामनाथी, गोवामें हिन्दुत्वनिष्ठ सोशल मीडिया कार्यकर्ता राष्ट्रीय शिविर संपन्न हुआ । इस शिविरमें ८ राज्योंसे विविध संगठनोंके ४३ कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
इस शिविरमें सभीकी अनुमतिसे हिन्दुत्वकी रक्षा करने हेतु एवं हिन्दू धर्मका व्यापक स्तरपर प्रसार करने हेतु एक समान सूत्री कार्यक्रम सिद्ध किया गया । सभी मान्यवरोंने हिन्दू धर्मका कार्य सोशल मीडियाके माध्यमसे आगे कैसे ले जा सकते हैं, इस विषयमें जानकारी दी । वर्तमान समयमें बिके गए हिन्दूद्रोही प्रसारमाध्यमोंको एक सक्षम पर्यायके रूपमें हिन्दुओंका अपना स्वयंका एक दूरचित्रप्रणाल होना चाहिए, हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा प्रस्तुत किए गए सूत्रोंपर मान्यवरोंने सहमति दर्शाई । इसके साथ ही आगे चालू होनेवाली ‘हिन्दू वार्ता’ इंटरनेट प्रणाल संपूर्ण हिन्दू समाजकी एक आवाज है । यह प्रणाल किसी संगठनतक मर्यादित नहीं है । इसलिए इस प्रणालको समाज, राष्ट्र एवं धर्महानिकी जानकारी, छायाचित्र आदि भेजने एवं अपने-अपने स्तरपर इस प्रणालका हिन्दुओंमें प्रसार करने हेतु सक्रिय सहभाग लेनेके विषयमें सभीने उत्स्फूर्त रूपसे सिद्धता दर्शाई ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
१७ अगस्त २०१४, भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११६
गोवामें हिन्दुत्वनिष्ठ ‘सोशल मिडिया’ कार्यकर्ता शिविरका शुभारंभ
बार्इं ओरसे श्री. राहुल राजदान, पू. सिरीयाक वाले एवं श्री. रमेश शिंदे |
‘सोशल मिडिया’ क्षेत्रमें कार्यरत धर्मप्रेमियोंका संगठन आवश्यक ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
रामनाथी (गोवा) – १६ अगस्तको हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा सनातनके रामनाथी, गोवाके आश्रममें आयोजित हिन्दुत्वनिष्ठ ‘सोशल मिडिया’ कार्यकर्ता राष्ट्रीय शिविरका शुभारंभ हुआ । इस शिविरमें हिन्दू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेने आवाहन करते हुए कहा कि ‘सोशल मिडिया’ सबसे प्रभावी प्रसारमाध्यम है । भारतके प्रधानमंत्री निश्चित करनेकी शक्ति इसमें है, यह लोकसभाके चुनावसे सिद्ध हो गया है । वास्तवमें यदि भारतका उत्थान करना है, तो ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना आवश्यक है । इसके लिए ‘सोशल मिडिया ‘क्षेत्रमें कार्यरत धर्मप्रेमियोंका संगठन आवश्यक है ।
हिन्दू धर्मको समाप्त करने हेतु चारों ओरसे सभी शक्तियां सतत आक्रमण कर ही रहे हैं । इसपर एकमात्र उपाय है, पूरे विश्वके हिन्दुओंका संगठन करना । इस दृष्टिसे मार्गपर आकर हिन्दुत्वके लिए कार्य करनेके साथ ही विश्वभरके करोडों हिन्दुओंतक हिन्दू संगठनका विषय पूरी क्षमताके साथ प्रसृत करनेवाले आधुनिक माध्यम ‘इंटरनेट’ का उपयोग करना ही हितकारी सिद्ध होगा । इस दृष्टिसे विविध हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ता,तथा संगठन टि्वटर, फेसबुक, वॉटस अप, इत्यादि सोशल नेटवर्विंâगके माध्यमसे राष्ट्र-धर्मका व्यापक कार्य कर रहे हैं । इन सभीका व्यापक संगठन होने एवं उन्हें समान व्यासपीठ प्राप्त करवानेके उद्देश्यको सामने रखकर इस शिविरका आयोजन किया गया है ।
इस शिविरका उद्घाटन ‘सि्परिच्युअल साइन्स रिसर्च फाऊंडेशन’के पू. सिरियाक वालेके शुभहाथों दीपप्रज्वलनसे हुआ । पू. सिरियाक वालेने साधनाका महत्त्व वर्णन करते हुए बताया कि साधना करनेसे हिन्दू धर्मके श्रेष्ठत्वकी अनुभूति आती है एवं इसके पश्चात ही राष्ट्र एवं धर्मका कल्याण करने हेतु यथार्थ रुपसे प्रयत्न होते हैंं । साधनाके कारण हम आध्याति्मक स्तरके हिन्दुत्वनिष्ठ बनते हैं ।
‘यूथ फॉर पनून कश्मीर संगठन’के श्री. राहुल राजदानने भी इस समय मार्गदर्शन किया । इस शिविरमें ८ राज्योंके ४१ लोग समि्मलित हुए हैं । यूथ फॉर पनून कश्मीर, पतंजलि योग समिति, केरल हिन्दू हेल्पलाईन, जागृत भारत, शंखनाद, हिन्दु डिफेन्स लीग, योग वेदांत सेवा समिति, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, श्रीराम सेना, श्रीराम युवा सेना (आंध्र प्रदेश), हिन्दू जनजागृति समिति आदि हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनोंके प्रतिनिधि समि्मलित हुए हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात