जिहादीयोंने गांव में मंदिर के निर्माण का लिया प्रतिशोध !
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‘धनबाद’ भारत में हैं अथवा पाकिस्तान में ?
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देश में हिन्दूओंपर, प्रति दिन हो रहे आक्रमणोंके विरोध में शासन कुछ कार्रवाई करेगा, ऐसी आशा है !
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गांव में मंदिर के निर्माण का प्रतिशोध लिया !
- धनबाद में मालडा की पुनरावृत्ति
- मंदिरों में मूर्तियोंकी तोडफोड
- हिन्दूओंके घरोंपर आक्रमण
- महिला एवं बच्चोंसे मारपीट
- महिलाओंका विनयभंग
- घटना की ओर प्रसारमाध्यमोंकी अक्षम्य अनदेखी
धनबाद (झारखंड) : देश में मुसलमान बहुसंख्यक गांवों में रहना दिन-ब-दिन हिन्दूओंके लिए कठिन हो रहा है !
धनबाद जनपद के नवाटांड गांव में ५०० से अधिक धर्मांधोंने हिन्दूओंपर आक्रमण करने का समाचार हाल ही में सामने आया है !
इस आक्रमण में जिहादीयोंने मंदिर में स्थापित मूर्तियोंकी तोडफोड की, साथ ही हिन्दूओंके घरोंपर भी आक्रमण किया तथा महिलाओंके समेत बच्चोंसे भी मारपीट की।
जाते समय उन्होंने २४ घंटों में गांव छोडो, अन्यथा मरने के लिए सिद्ध हों, ऐसा धमकाया भी !
इस आक्रमण में १० हिन्दू गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनपर चिकित्सालय में उपचार हो रहें हैं। इतनी बडी घटना होकर भी गत एक मास से इस संदर्भ में प्रसारमाध्यमोंने इस घटना का नाममात्र उल्लेख भी नहीं किया है !
१. नवाटांड इस गांव में मुसलमानोंके ३००, अपितु हिन्दूओंके केवल २० परिवार रहते हैं। इस गांव में कोई मंदिर न होने के कारण हिन्दूओंने कुछ दिन पूर्व अपनी निजी भूमि में एक मंदिर का निर्माण किया, जिसका मुसलमान विरोध कर रहे थे !
२. १६ जनवरी के दिन ग्रामवासी इस मंदिर के सामने सायंकालीन आरती कर रहे थे। तब परिसर में स्थित बस्तियोंसे ’अल्ला हो अकबर’ की घोषणा देते हुए सैंकडों धर्मांध वहां आ गए तथा उन्होंने हिन्दूओंपर आक्रमण किया। इस आक्रमण के समय कुछ लोग भाग गए; परंतु जो धर्मांधोंके हाथ आये, उनकी मारपीट की गई !
३. इस प्रकरण के संदर्भ में स्थानीय ग्रामवासी जीतू महातो ने पुलीस थाने में परिवाद प्रविष्ट किया। उसके पश्चात पुलिसने १७ लोगोंको बंदी बनाया; परंतु इसका मुख्य सूत्रधार अभी भी फरार है। इस घटना को बंगाल के मालडा की पुनरावृत्ति माना जाता है !
४. इसलिए संतप्त ग्रामवासियोंने ‘तरूण हिन्दू’ इस हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के नेतृत्व में पुलीस एवं प्रशासन के विरोध में २६ जनवरी के दिन धनबाद के जिलाधिकारी कार्यालय के सामने आंदोलन कर दोषियोंको तुरंत बंदी बनाने की मांग की। उसके पश्चात ‘तरूण हिन्दू’ संगठन के अध्यक्ष डॉ. एन्.एम्. दास के नेतृत्व में शासन को संबंधितोंपर कार्रवाई करने के संदर्भ में ज्ञापन दिया गया।
५. इस घटना के विषय में कोई एक अपवाद को छोडकर, एक भी समाचारपत्र में इस समाचार को प्रसिद्धी देना उचित नहीं समझा !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात