भाद्रपद कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११६
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मडगांव – वेर्णा औद्योगिक उपनिवेशमें एक औषध वंâपनीके कर्मचारी धर्माभिमानी युवकोंको हिन्दू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेद्वारा साधना, राष्ट्ररक्षा एवं धर्मरक्षाके संदर्भमें मार्गदर्शन किया गया । इस मार्गदर्शनका लाभ २० हिन्दूनिष्ठ युवकोंने उठाया ।
उस समय श्री. रमेश शिंदेने बताया कि ‘हिन्दुओंको ईश्वरकी भक्ति वृद्धि करनी चाहिए । भक्तकी रक्षा हेतु ईश्वर दौडते हुए आते हैं । अतः शरणागत होकर ईश्वरकी प्रार्थना अधिक मात्रामें करनी चाहिए, ठीक वैसे ही जिस प्रकार द्रौपदीने भगवान श्रीकृष्णको आर्ततासे पुकारा तथा भगवान श्रीकृष्णने त्वरित आकर उसके शीलकी रक्षा की । मुसलमान प्रतिदिन ५ बार नमाज पठन करते हैं । ईसाई उनके पंथानुसार प्रार्थना करते हैं; किंतु हिन्दू धर्माचरण नहीं करते । हिन्दुओंको धर्माचरण करना चाहिए । धर्माभिमानकी वृद्धि करनी चाहिए । ईश्वरकी शरण में आनेके पश्चात ही ईश्वर हमारी सहायता हेतु आते हैं । वर्तमानकी कालावधि हिन्दुओंके लिए अनिष्ट(कालावधि) है । अभिनेता समाजके आदर्श बन चुके हैं । प्रसिद्धिमाध्यम हिन्दूविरोधी समाचार प्रसारित करते हैं । हिन्दुओंमें धर्माभिमानका अभाव होनेके कारण अन्य धर्मीय हिन्दुओंपर भारी प्रतीत हो रहे हैं । केरलमें रमजानके समयमें हिन्दुओंकी दुकानें बलपूर्वक बंद रखी जाती हैं तथा हिन्दू भी इस बातका विरोध नहीं करते । समयानुसार साधनाके रूपमें हमें हिन्दू समाजको जागृत करना चाहिए ।’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात